मंगलवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, बिहार में शिक्षा विभाग ने सितंबर से दिसंबर के बीच सरकारी स्कूलों के लिए त्योहारी छुट्टियों की संख्या 23 से घटाकर 11 कर दी है. आदेश के मुताबिक, छात्रों को अब सितंबर में दो, अक्टूबर में चार, नवंबर में चार और दिसंबर में एक छुट्टी मिलेगी. सरकार ने दुर्गा पूजा, दीवाली से छठ तक मिलने वाली छुट्टियों की संख्या घटा दी है.
छुट्टियां रद्द करने के फैसले से नाराज़ बीजेपी
नीतीश सरकार के छुट्टियां रद्द करने के फैसले पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है. “शिक्षा विभाग,बिहार सरकार द्वारा दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाये और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक लग जाये.”
शिक्षा विभाग,बिहार सरकार द्वारा दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाये और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक लग जाये।— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) August 30, 2023
बिहार शिक्षा विभाग के सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियों की संख्या कम करने पर राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा, “यह हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है. बिहार में छठ घर-घर मनाया जाता है…स्कूल खुलेंगे तो इन त्योहारों पर कौन सा बच्चा स्कूल जाएगा? सरकार को अविलंब अपना फैसला वापस लेना चाहिए.”
#WATCH बिहार शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियों की संख्या कम करने पर राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा, “यह हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है। बिहार में छठ घर-घर मनाया जाता है…स्कूल खुलेंगे तो इन त्योहारों पर कौन सा बच्चा स्कूल जाएगा?… pic.twitter.com/lnsanhY2iy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 30, 2023
वहीं बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राठ चौधरी ने कहा कि “बिहार की यह घमंडिया सरकार लगातार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. चाचा-भतीजे की सरकार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने से बाज नहीं आती है. बिहार में अब क्या हिंदू अपने धार्मिक त्यौहार भी नहीं मना सकते हैं ? दीपावली, दुर्गा पूजा के अलावा महापर्व छठ की छुट्टियों में भी कटौती कर दी गई है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है. तुष्टिकरण की राजनीति के प्रणेताओं को बिहार के जनता 2024 और 2025 में करारा जवाब देगी.”
बिहार की यह घमंडिया सरकार लगातार #तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। चाचा-भतीजे की सरकार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने से बाज नहीं आती है।
बिहार में अब क्या #हिन्दू अपने धार्मिक त्यौहार भी नहीं मना सकते हैं ?
दीपावली, दुर्गा पूजा के अलावा महापर्व छठ की छुट्टियों में भी कटौती कर… pic.twitter.com/AGL7QVedYL
— Samrat Choudhary (@samrat4bjp) August 30, 2023
किन-किन छुट्टियों में किया गया है बदलाव?
सरकारी अधिसूचना के मुताबिक जिन छुट्टियों को रद्द किया गया है वो हैं.
1-31 अगस्त को रक्षाबंधन की छुट्टी
2- दुर्गा पूजा की 3 छुट्टी. अब दुर्गा पूजा के अवसर पर 6 की जगह केवल 3 दिन का अवकाश रहेगा.
3- दीपावली से छठ पूजा तक की छुट्टियां भी की गई है कम. इस बार 9 दिनों की छुट्टी की जगह केवल 4 दिन यानी 12 नवंबर, 15 नवंबर और 19 एवं 20 नवंबर को अवकाश मिलेगा.
शिक्षा विभाग ने छुट्टियां कम करने की बताई वजह
छुट्टियां रद्द किए जाने के फैसले पर शिक्षा विभाग की सफाई है कि, यह निर्णय 2009 के शिक्षा के अधिकार अधिनियम के निर्देशों का पालन करने के लिए लिया गया है. अधिनियम में कक्षा 1 से 5 के लिए कम से कम 200 दिन और कक्षा 6 से 8 के लिए न्यूनतम 220 दिन की स्कूली शिक्षा की आवश्यकता है.
इसके साथ ही छुट्टियों में कटौती करके, राज्य शिक्षा विभाग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ये आवश्यकताएँ पूरी हों, जिससे छात्रों के लिए सीखने का अनुभव मजबूत हो.
विभाग का ये भी कहना है कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि छुट्टियों के कार्यक्रम में ये बदलाव केवल वर्ष 2023 के लिए किया गया है. शिक्षण मानकों और छात्र प्रदर्शन दोनों पर इस परिवर्तन का संभावित प्रभाव को देखने के बाद ही भविष्य के वर्षों में इसी तरह के बदलाव लागू किए जाएंगे.