J&K Assembly Election : जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के समापन के बाद यानी 19 अगस्त के बाद विधानसभा के चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान हो सकता है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश के भाजपा नेताओं को विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी करने के निर्देश दिये हैं.
J&K Assembly Election: बीजेपी सभी 90 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
4 जुलाई गुरुवार को देर रात जम्मू-कश्मीर भाजपा इकाई के नेताओं के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात हुई, जो लगभग 2 घंटे तक चली.जानकारी के मुताबिक भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश के नेताओं के बताया कि बीजेपी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करेगी बीजेपी- सूत्र
बीजेपी राज्य में किसी भी पार्टी के साथ चुनाव के पहले गठबंधन नहीं करेगी. हो सकता है कि समान “विचारधारा वाले दलो” के साथ समझौते करे. सूत्रों के हवाले से ये खबर भी निकल कर आ रही है. केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी पार्टी को पहले ही ये बता दिया है कि चुनाव पूर्व बीजेपी किसी को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं करेगी.
शनिवार को जेपी नड्डा पहुंच रहे हैं ….
आने वाले दिनों में बीजेपी के बड़े नेता प्रदेश का दौरा करेंगे. बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ बीजेपी प्रदेश में जन संपर्क अभियान चलायेगी. प्रदेश में तैयारियां तेज करने के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को जम्मू पहुंच रहे हैं . यहां नड्डा बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी को संबधित करेंगे.

बीजेपी ने जम्मू कश्मीर के लिए बनाया नया प्रभारी
चुनाव के तैयारी के लिए आज ही बीजेपी ने राज्य मे नया प्रभारी नियुक्त किया है. वरिष्ठ नेता तरुण चुग को जम्मू कश्मीर का प्रभारी बनाया गया है ,वहीं आशीष सूद सह-प्रभारी बने हैं.
चार राज्यों में हो सकते है एक साथ चुनाव
सूत्रों से खबर है कि भाजपा राज्य की इकाई में नेतृत्व के स्तर पर कोई बदलाव नहीं करेगी. जम्मू कश्मीर में बीजेपी का नेतृत्व रविंदर रैना कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में रविंदर रैना, सांसद जीतेंद्र सिंह और जुगल किशोर शामिल हुए. बैठक दो घंटे तक चली. सूत्रों के मुताबिक भाजपा नेतृत्व जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभाओं के चुनाव के साथ साथ ही करवा सकते हैं.
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में 2019 मे दूसरी बार एनडीए की सरकार बनते ही अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त कर दिया गया था. इससे पहले 2018 मे ही सरकार ने नवंबर 2018 में विधानसभा को भंग करके राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों मे विभाजित कर दिया था.