J&K Akhal Encounter : पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए सुरक्षा बलों ने कमर कस ली है. शनिवार को कुलगाम जिले में स्थित अखल के जंगलों में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को ढेर कर दिया है. आतंकी का शव भी बरामद कर लिया गया है.मारे गये आतंकी की पहचान पुलवामा जिले के हारिस नजीर डार के रूप में हुई है.
J&K Akhal Encounter : 14 लोकल आतंकियों मे से एक था हारिस नजीर डार
दरअसल पहलगाम हमले के बाज जांच एजेंसियों ने पाया था कि पाकिस्तान से आये आतंकियों को जम्मू कश्मीर में मौजूद लोकल आतंकियों से भी मदद मिली थी. टीआरएफ के लोकल आउटफिट से पाकिस्तानी आतंकियों को मदद मिली थी. इसी दौरान सुरक्षाबलो ने जम्मू-कश्मीर में मौजूद 14 आतंकियो को चिन्हित किया था. शनिवार को मारा गया आतंकी हारिस इन्हीं 14 आतंकियों मे से एक था. इन 14 आतंकियो के नाम सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले के बाद 26 अप्रैल को जारी किये थे. सुरक्षाबलों ने इन आतंकियों को A B और C केटेगरी मे बांटा था. हारिस सी-कैटेगरी का आतंकी था. मारे गये आतंकी हारिस के पास से AK-47 राइफल, मैगजीन, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है.
कुलगाम में शुक्रवार रात से जारी है फायरिंग
आतंकियो के मौजूद होने की निशानदेही पर सुरक्षाबलों ने शुक्रवार रात से इलाके को घेर लिया. सेना की घेराबंदी के साथ ही आतंकियों की तरफ से कुलगाम में फायरिंग शुरु हो गई. सुरक्षाबलों और आतंकियो के बीच कल रात से ही फायरिंग हो रही थी. दखल के जंगलों में चलाये जा रहे ऑपरेशन में जम्मू कश्मीर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, जेएंडके पुलिस, सेना और CRPF के जवान शामिल हैं. खबर है कि इस घने जंगल में और आतंकी छुपे हुए हैं.
सर्च ऑपरेशन के बीच शुरु हुई फायरिंग
सर्च ऑपरेशन चला रहे एक अधिकारी के मुताबिक इलाके में आतंकी गतिविधि की गुप्त सूचना मिली जिसके बाद शनिवार को सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. सर्च आपरेशन की शुरुआत होते ही आतंकियों की तरफ से फायरिंग शुरु हो गई. जिसका जवाब सुरक्षा बलों ने भी दिया. जंगल में अभी कितने आतंकी छिपे हैं, इसकी जानकारी साफ नहीं हैं. इस ऑपरेशन को अच्छी तरह से चलाने के लिए सेना और सुरक्षा बलों की सहायता के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है.
28 जुलाई के मुठभेड़ में मारे गये थे तीन आतंकी
पहलगाम हमले के आंतकियों के बारे में जानकारी आने के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों का ये तीसरा आतंकी मुठभेड़ हैं. इससे पहले 28 जुलाई को सुरक्षाबलों ने लिवास के जंगलों में ऑपरेशन महादेव चलाया था जिसमें पहलगाम हमले में शामिल 3 आतंकियों को मारा गिराया था.फिर 31 जुलाई को पूंछ में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास हुए मुठभेड़ में दो आतंकी घुसपैठ के दौरान मारे गए थे.
14 लोकल आतंकियों में अब तक 7 मारे गए
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों ने जिन 14 आतंकियों के नाम साझा किये थे उनमें से अब तक 7 लोगों को मार गिराया गया है. हारिस नजीर से पहले 6 आतंकी शोपियां और पुलवामा में मई के महीने में एनकाउंटर के दौरान मारे गए थे.
13 मई को शोपिया एनकाउंटर में शाहिद कुट्टे, अदनान शाफी और अहसान उल हक शेख मारे गये थे. वहीं 15 मई को पुलवामा में हुए एनकाउंटर में आमिर नजीर वानी, यावर अहमद भट और आसिफ अहमद शेख को मार गिराया गया था.