Jharkhand Doctor Strike : कोलकाता मे 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर अभया(काल्पनिक नाम) जघन्य हत्या के बाद देशभर के ड़क्टरों और मेडिकल स्टाफ में गुस्सा चरम पर है. हर रोज इस जघन्य हत्याकांड के खिलाफ डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कैडिल मार्ट निकाल रहे हैं और जल्द से जल्द असली दोषियों को सजा दिलाने और डाक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं.
Jharkhand Doctor Strike – झारखंड के डाक्टर्स हड़ताल पर
झारखंड में भी डॉक्टर्स ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया हैं और IMA के आह्वान पर शनिवार सुबह 6 बजे से 24 घंटे के सांकेतिक हड़ताल पर हैं. हड़ताल का चिकित्सा सेवा पर व्यापक असर पड़ा है. रिम्स, सदर अस्पताल, एम्स देवघर और अन्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल के समेत तमाम निजी क्लिनिक और अस्पतालों के ओपीडी बंद हैं. हड़ताल के चलते रिम्स में इमरजेंसी सेवा छोड़ बाकी सभी सेवाएं बंद है. आज पहले से शेड्यूल्ड करीब दो दर्जन से ज्यादा सर्जरी को आगे के लिए डेट दे दिया गया है. हड़ाताली डॉक्टरों ने ओपीडी और वैकल्पिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) की सेवाओं का बहिष्कार किया है लेकिन आपातकालीन सेवाओं को विरोध प्रदर्शन के दायरे से बाहर रखा. इमरजेंसी ड्यूटी पर डाक्टर्स तैनात हैं.
मुख्यमंत्री सोरेन ने दिया डाक्टरों को भरोसा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के डाक्टरों को भरोसा दिलाया है कि कोलकाता के दोषियों को सजा दिलाने में वो और उनकी सरकार डाक्टर्स के साथ है लेकिन प्रदेश में मरीजों के हालात को देखते हुए उन्हें काम पर लौटना चाहिये.
बंगाल की घटना की जितनी भी निंदा की जाए, कम है। बंगाल सरकार एवं केंद्र सरकार की एजेंसियाँ दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु प्रयत्नशील हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि दोषियों को किसी भी क़ीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मैं राज्य के सभी साथी डॉक्टरों से अपील करना चाहूँगा कि आपकी…
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 17, 2024
सीएम हेमंत सोरेन ने आज सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें डाक्टरों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया है. सीएम हेमंत सोरेन ने लिखा है
“बंगाल की घटना की जितनी भी निंदा की जाए, कम है. बंगाल सरकार एवं केंद्र सरकार की एजेंसियाँ दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु प्रयत्नशील हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि दोषियों को किसी भी क़ीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
मैं राज्य के सभी साथी डॉक्टरों से अपील करना चाहूँगा कि आपकी सरकार आपकी वेदना में आपके साथ खड़ी है, परंतु राज्य के मरीज़ों का इलाज भी अत्यंत आवश्यक है।. अतः आप काम पर लौटें एवं मरीज़ों को स्वस्थ बनाने में अपना सार्थक सहयोग करें. साथ ही मैं आप सबको बताना चाहूँगा कि मैंने DGP को राज्य के अस्पतालों में भी काम करने वाले सभी कर्मियों की सुरक्षा हेतु कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है”