जमुई (Jamui) , ख़ैरा प्रखंड के गिद्धेश्वर जंगल में मंगलवार देर शाम एक नाबालिग बच्ची बेहोशी की हालत में मिली है. जानकारी के मुताबिक लड़की को सबसे पहले जंगल में बेहोशी की हालत में उसके एक जानकार ने देखा और वो उसे उठा के उसके घर ले गया. घर जाने के बाद भी जब बच्ची को काफी देर तक होश नहीं आया तो परिजनों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी.
नाबालिग बच्ची का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है
पुलिस को जानकारी मिलने के बाद बच्ची को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ख़ैरा ले जाया गया. जहां से नाबालिग बच्ची की हालत गंभीर होने की वजह से उसे बेहतर इलाज के लिए देर रात सदर अस्पताल रेफेर कर दिया गया. अस्पताल में नाबालिग का इलाज डॉक्टर घनश्याम सुमन द्वारा किया जा रहा है और महिला चिकित्सक स्वेता सिंह के द्वारा जांच की गई है. मूक बधिर नाबालिग बच्ची नवादा जिले के गांव की रहने वाली है, वह अपनी नानी के साथ गढ़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती है.
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Jamui पुलिस अभी कुछ भी कहने में असमर्थ है
पूरे मामले की बताया जा रहा है कि मूक बधिर नाबालिग बच्ची अपनी बहन से झगड़ा करने के बाद मंगलवार को गुस्से में घर से भाग आई थी. जिसके बाद देर शाम गिद्धेश्वर जंगल में बेहोशी की हालत में मिली. नाबालिग बच्ची के चेहरे के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर भी जख्म के निशान हैं. जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है.
फ़िलहाल डॉक्टर के द्वारा बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. बच्ची के होश में आने के बाद घटना के बारे में पूरी जानकारी मिल पाएगी. फ़िलहाल डॉक्टर और पुलिस इस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगे हुए हैं.