Jagdeep Dhankhad : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले दिन ही अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने इस्तीफे में माननीय राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए लिखा है कि अपने स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता देने और डॉक्टर की सलाह के पालन करने के लिए भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहे हैं.उपराष्ट्रपति ने अपने त्यागपत्र में माननीय राष्ट्रपति महोदया का सहयोग और साथ देने के लिए आभार जताया.

Jagdeep Dhankhad उपराष्ट्रपति ने कार्यकाल खत्म होने से पहले दिया इस्तीफा
3 साल पहले 6 अगस्त 2022 को जगदीप धनखड़ ने देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी. देश के उपराष्ट्रपति बनने से पहले जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके थे.धनखड़ वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. संसद में इन्होंने 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से बतौर सांसद प्रतिनिधित्व किया. जगदीप धनकड़ का बतौर उपराष्ट्रति कार्यकाल 2027 तक था. ऐसे में उपराष्ट्रपति के इस्तीफे ने सभी को चौंकाया है.
मानसून सत्र के पहले दिन राजनीतिक दलों से की थी अपील
बतौर राज्यसभा के चेयरमैन धनखड़ ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र के शुरु होने के पहले सभी राजनीतिक दलों से ये अपील की थी कि इस सत्र में सभी दलों का मकसद केवल विवाद नही बल्कि संवाद कायम करना होना चाहिये. संवाद से ही समस्याओं का समाधान निकलता है. उपराष्ट्रपति ने अपने पत्र में लिखा था कि-
“एक जीवंत लोकतंत्र निरंतर कलह के वातावरण में फल-फूल नहीं सकता. राजनीतिक तनाव को कम करना आवश्यक है, क्योंकि टकराव राजनीति का मर्म नहीं है. विभिन्न राजनीतिक दल भले ही अलग-अलग रास्तों से लक्ष्य तक पहुंचना चाहें, लेकिन कोई भी भारत के हितों का विरोधी नहीं है.”
इस खबर मे पढ़िये उपराष्ट्रपति ने पत्र में और क्या क्या लिखा था.दिये थे क्या संकेत …
संसद के मानसून सत्र के लिए उपराष्ट्रपति का संदेश-विवाद नहीं संवाद को मिले स्थान
दिन में विपक्ष को दिया था ‘उनको सुने जाने’ का आश्वासन
सोमवार को राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सदन में पहलगाम पर हमला , आतंकियों की गिरफ्तारी और सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर चर्चा की मांग पर उन्हें आश्वन दिया खा कि उनको अपनी बातें रखने का मौका देंगे.
“I will ensure full fledged discussion on Operation Sindoor for as much time as opposition wants..”
— Jagdeep Dhankar earlier today
Is this why he was forced to resign?#JagdeepDhankhar pic.twitter.com/8QlxpYS8ry
— Shantanu (@shaandelhite) July 21, 2025