IPS Y Puran Death Case : हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत के 7 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका है.इसकी वजह उनकी पत्नी आइएएस अमनीत पी कुमार की वो डिमांड है, जिसमें उन्होने पोस्टमार्ट ऐऔर किसी भी तरह की जांच शुरु करने से पहले हरियाणा डीजीपी की गिरफ्तारी की मांग की है. आईएएस अमनीत पी कुमार ने कहा है कि जब तक राज्य के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक रहे नरेंदिर बिजारनिया की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक वो अपने पति का पोस्टमार्ट नहीं होने देगी.
IPS Y Puran Death Case में पोस्टमार्ट और फॉरेसिंक जांच का इंतजार
हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की अचानक हुई मौत से पुलिस विभाग के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में भी हड़कंप मचा हुआ है. घटना को हुए 7 दिन से ज्यादा हो गया है लेकिन अब तक उनकी लाश का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. पूरन कुमार की पत्नी और खुद एक आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार की मांग है कि उनके पति की मौत की किसी भी जांच के शुरु होने से पहले डीजीपी को गिरफ्तार किया जाये.
आईएएस अमनीत पी कुमार की मांग के पीछे वो चिट्ठी है, जो वाय पी कुमार अपनी मौत से पहले लिख कर गये थे. पी कुमार ने अपने सुसाइड नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर के साथ साथ 15 अफसरों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे. दरसअल हरियाणा में ये मामला एक अधिकारी की मौत से ज्यादा एक ‘सिस्टम और इसका सच’ की जंग बन गया है. चंडीगढ़ पुलिस वाय पी कुमार के मौत की जांच के लिए पोस्टमार्टम और लैपटॉप के फॉरेंसिक जांच से मिलने वाली रिपोर्ट पर अटकी है.
पी कुमार की मौत आत्महत्या या साजिश ?
आपको बता दें कि हरियाणा में तैनात आइपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की लाश उनके ही आवास पर 7 अक्टूबर को मिली थी. उनकी लाश चंडीगढ़ के सेक्टर-11 में स्थित उनके सरकारी आवास पर मिली. बताया गया कि उन्होंने खुद को गोली मार ली .जिस समय ये घटना हुई उस समय उनकी पत्नी, जो खुद एक आईएएस अधिकारी है, वो आधिकारिक यात्रा पर जापान गई हुई थी. जैसे ही घटना की खबर मिली वो बीच में यात्रा छोड़ कर वापस लौटी . आने के बाद उन्हें वो सिसाइड नोट मिला जिसमें वाय पी कुमार ने हरियाणा के वर्तमान डीजीपी समेत विभाग के 15 वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाये थे.
आईएएस अमनीत के साथ आये कई नेता और अफसर
चूंकि ये एक हाई प्रोफाइल मामला है, घटना एक आईपीएस अधिकारी के साथ और एक आईएएस अधिकारी के पति के साथ हुई है, इसलिए चंडीगढ़ में उनके घऱ पर राजनेताओं और अधिकारियों/ ब्यूरोक्रेट्स का तांता लगा हुआ है.आज सोमवार को तेलंगाना के डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी विक्रमार्का और झारखंड कांग्रेस प्रभारी के. राजू अमनीत पी कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. इससे पहले कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और इनेलो के नेता अभय चौटाला भी उनके घर पहुंचकर अपनी संवेदना जता चुके हैं. हरियाणा कैडर के कई अधिकारी निजी तौर पर अमनीत पू कुमार के समर्थन में खड़े हैं. जिससे ये मामला और राजनीतिक रंग लेता जा रहा है.
कौन थे वाय पी कुमार
पी कुमार मूल रुप से आंध्रप्रदेश के रहने वाले थे और दलित समुदाय से आते थे. वे इंजीनियरिंग ग्रेजुएट थे और हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, रोहतक समेत कई जिलों अपनी में सेवा दे चुके थे. वर्तमान में वो हरियाणा में आईजीपी के पद पर तैनात थे और टेलीकॉम, होम गार्ड्स और डायल-112 इमरजेंसी प्रोजेक्ट जैसे विभागों का नेतृत्व कर रहे थे.कुमार जातिगत भेदभाव, वाहन आवंटन, पदोन्नति और प्रशासनिक पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर मुखर थे। पिछले वर्ष उन्होंने वाहन आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाकर अपनी आधिकारिक गाड़ी लौटा दी थी.