Wednesday, December 10, 2025

इंडिगो संकट पर बोले पीएम मोदी, नियम कानून के नाम पर यात्रियों की असुविधा स्वीकार्य नहीं

Indigo PM Modi : इंडिगो एयरलाइन की मिस मैनेजमेंट के कारण लाखो यात्रियों की परेशानी ने पूरे देश में हाहाकार मचा रखा है.देश में हवाई सेवा में लगभग 65 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली इस एयरलाइन कंपनी की बदहाल व्यवस्था के कारण कोई अपनी परिजन की अस्थियां लेकर एयरपोर्ट पर भटकता रहा,कोई अपनी शादी में नहीं पहुंच पाया. पिछले 5 दिन से चले आ रहे इंडिगो एयरलाइन की परेशानी के कारण कई लोगों की जान तक चली गई.

Indigo PM Modi ने दिये कड़े निर्देश 

मामले को गंभीरता को देखते हुए अब प्रधानमंत्री मोदी ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने साफ शब्दों में कहा है कि ‘नियम-कानून बनाने का मकसद सिर्फ सिस्टम को बेहतर करना होना चाहिए, न कि आम भारतीय नागरिकों को परेशान करना’

पीएम मोदी ने ये बयान एनडीए सांसदों के साथ हुई बैठक के दौरान दिया. पीएम मोदी के बयान के बारे में जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि पीएम ने बुधवार को एनडीए के सांसदों की साथ बात करते हुए ये बात कही.

प्रधानमंत्री मोदी का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो के मिस मैनेजमेंट और समय रहते सरकार के निर्देशों का पालन ना करने के कारण घोर परेशानी में हैं. पिछले 5 दिन में हजारों फ्लाइट्स रद्द हुई और लाखों यात्री परेशान हुए हैं.

क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?

संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू के मुताबिक  पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह तय करना होगा कि जो भी नियम बने वो प्रशासन को मजबूत करें, लोगों का जीवन आसान करें, न कि उन्हें मुश्किल में डालें. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी नियम या नीति का असर सीधे आम आदमी के जीवन पर पड़ता है, इसलिए उसमें संवेदनशीलता जरूरी है.

किरण रिजिजू के मुताबिक पीएम मोदी ने सांसदों के साथ बैठक में इंडिगो के मौजूदा संकट का जिक्र करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए. पीएम नो कहा कि यात्रियों की परेशानी को कम से कम करना सरकार की प्राथमिकता है.

पीएम मोदी की बैठक के बाद ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडु ने संसद को बताया कि देश भर के एयरपोर्ट्स पर परिचालन लगभग सामान्य हो गया है. इंडिगो के अधिकारियों को डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस भेजा है और  इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो रही है.

Latest news

Related news