India America relations: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत अवैध आव्रजन के खिलाफ है, खासकर इसलिए क्योंकि यह संगठित अपराध से जुड़ा हुआ है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “…हम अवैध आव्रजन के खिलाफ हैं. यह संगठित अपराध के कई रूपों से जुड़ा हुआ है. केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीय अगर निर्धारित समय से अधिक समय तक किसी देश में रह रहे हैं, या वे उचित दस्तावेजों के बिना किसी देश में हैं, तो हम उन्हें वापस ले लेंगे, अगर वे हमारे साथ दस्तावेज साझा करें…”
India America relations: कितने लोग वापस लाए जाएंगे?
ब्रीफ़िंग के दौरान, जब अमेरिका से वापस लाए जा रहे लोगों की संख्या के बारे में पूछा गया, तो जायसवाल ने जवाब दिया, “संख्या के बारे में कोई भी चर्चा समय से पहले होगी.” उनसे अमेरिका से अवैध अप्रवासियों की वापसी और उन्हें वापस भेजने की योजनाओं के बारे में चल रही चर्चाओं के बारे में भी पूछा गया और यह भी पूछा गया कि क्या इससे भारत के वाणिज्य और औद्योगिक संबंधों पर असर पड़ेगा.
जिसपर जायसवाल ने कहा, “अवैध प्रवास और व्यापार दो अलग-अलग मुद्दे हैं. अवैध प्रवास पर हमारा दृष्टिकोण, नीति और रुख़ बहुत स्पष्ट है. हम अवैध प्रवास के ख़िलाफ़ हैं और इसका कारण यह है कि यह संगठित अपराध से जुड़ा हुआ है.”
विदेश सचिव की चीन यात्रा पर क्या बोले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की आगामी चीन यात्रा पर बोलते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “यह यात्रा 26 और 27 जनवरी को होने जा रही है. विदेश सचिव चीन में अपने समकक्ष उप मंत्री से मिलेंगे, जहां द्विपक्षीय हितों के सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.” जायसवाल ने कहा, “यह बैठक कज़ान में नेताओं के बीच बनी सहमति से आगे बढ़ती है, और उसके बाद, हमने विशेष प्रतिनिधि स्तर पर बैठकें की हैं, और हमारे पास विदेश मंत्री स्तर की बैठकें भी हुई हैं. चर्चा होने के बाद हम चर्चा की गई बातों की जानकारी देंगे. लेकिन आपसी हितों के सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.”

