अरवल : बिहार में यात्राओं का दौर चल रहा है.इसलिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इन दिनों गरीब संपर्क यात्रा पर हैं और वे इशारे इशारे में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे हैं.जीतन राम मांझी हर वो मुद्दा उठा रहे हैं जिससे सरकार को परेशानी हो सकती है.
बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं मांझी
जीतन राम मांझी से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि उनका बेटा संतोष पढ़ा लिखा है. उसे मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री पद के लिए बहुत सारे नाम सामने हैं उन लोगों को पढ़ा सकता है मेरा बेटा. वह प्रोफ़ेसर है लेकिन सिर्फ यही कमी है कि वह भुईयां जाति से आता है. गरीबों और दलितों की आबादी 90 फ़ीसदी है इसीलिए हम संतोष को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते हैं.
संतोष सुमन ने कहा जनता का प्यार चाहिए
वहीं जब जीतन राम मांझी के बेटे और बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन से उनके मुख्यमंत्री बनने वाली बात पर प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. मैं मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं हूं. जनता का प्यार सम्मान पाने के लिए और ऊर्जा के साथ काम करूंगा.
इस सरकार में दलितों गरीबों की उपेक्षा हुई
गरीब संपर्क यात्रा के दौरान अरवल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जिले के अलग-अलग जगहों पर महादलित टोला के बस्तियों पर नुक्कड़ सभा के माध्यम से लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने लोगों से अपने बेटे संतोष सुमन को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की. अरवल प्रखंड परिसर में भीमराव अंबेडकर के मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि इस सरकार में दलितों गरीबों की उपेक्षा हुई है. इस सरकार में गरीबों का जितना विकास होना चाहिए उतना विकास नहीं हुआ.

