मंगलवार सुबह उत्तराखंड से अच्छी ख़बर आई. उत्तरकाशी में ढही सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों की पहली तस्वीरों के सामने आने से लोगों ने राहत की सांस ली. सोमवार को बचावकर्मियों ने ध्वस्त सिल्क्यारा सुरंग के मलबे के माध्यम से छह इंच चौड़ी पाइपलाइन को धकेला. सुरंग ध्वस्त होने के बाद से मिली ये पहली सफलता थी जिसके जरिए नौ दिनों से अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बड़ी मात्रा में भोजन की आपूर्ति करने में मदद मिली.
#WATCH उत्तरकाशी (उत्तराखंड): एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा फंसे मजदूरों तक पहुंचा। बचावकर्मी वॉकी-टॉकी के माध्यम से फंसे हुए श्रमिकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 21, 2023
सीएम धामी ने पोस्ट की श्रमिकों की तस्वीरें
वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी सुरंग में फंसे श्रमिकों की तस्वीरें सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, “सिल्क्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फँसे श्रमिकों की पहली बार तस्वीर प्राप्त हुई है. सभी श्रमिक भाई पूरी तरह सुरक्षित हैं, हम उन्हें शीघ्र सकुशल बाहर निकालने हेतु पूरी ताक़त के साथ प्रयासरत हैं.”
सिल्क्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फँसे श्रमिकों की पहली बार तस्वीर प्राप्त हुई है। सभी श्रमिक भाई पूरी तरह सुरक्षित हैं, हम उन्हें शीघ्र सकुशल बाहर निकालने हेतु पूरी ताक़त के साथ प्रयासरत हैं। pic.twitter.com/OO8u99B5Ks
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 21, 2023
मज़दूरों के लिए नाश्ता भेजने की तैयारी
सोमवार शाम सुरंग में फंसे मजदूरों को खिचड़ी भेजी गई थी. वहीं मंगलवार सुबह उत्तरकाशी के सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के लिए नाश्ता तैयार किया जा रहा है. बोतलों में भर के 6 इंच की पाइपलाइन के जरिए मजदूरों तक खाना पहुंचाया जाएगा.
#WATCH उत्तराखंड: उत्तरकाशी के सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के लिए नाश्ता तैयार किया जा रहा है। 6 इंच की पाइपलाइन के जरिए मजदूरों तक खाना पहुंचाया जाएगा। pic.twitter.com/8JiTu7aZHP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 21, 2023
आगे के बचाव कार्य के लिए DRDO ने भेजा दक्ष
आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए अब रक्षा अनुसंधान विकास संगठन की रोबोटिक्स टीम ने रिमोटली संचालित वाहन (आरओवी) दक्ष को भेजा है. उपकरण विशेष रूप से मोटर चालित पैन-टिल्ट प्लेटफॉर्म पर उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो जोखिम भरे इलाके तक पहुंचने में मदद कर सकता है. हलांकि इन रोबर्ट को दुर्घटना स्थल तक पहुंचाने के लिए BRO के द्वारा अप्रोच रोड तैयार की जा रही है क्योंकि ये रेतीले रास्ते पर नहीं चल सकते हैं.