Bihar election: बिहार में पहले चरण के मतदान के बाद चुनाव आयोग ने 4 मतदाताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि बिहार में चार मतदाताओं पर मतदान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की तस्वीरें लेने और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
Bihar election: किस ज़िले के मतदाताओं पर हुआ मामला दर्ज
चुनाव आयोग ने पहले चरण में जिन मतदाताओं पर मामला दर्ज कराया है वह आरा, गोपालगंज और सारण के रहने वाले है. ये वे जिले हैं जहाँ गुरुवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ था.
अधिकारियों के अनुसार, गोपालगंज में दो मतदाताओं पर मामला दर्ज किया गया, जबकि आरा और सारण में एक-एक मतदाता पर आरोप लगाया गया. पुलिस ने कहा कि इस कृत्य ने आदर्श आचार संहिता और चुनाव कानूनों का उल्लंघन किया है. अधिकारी इस बात की भी जाँच कर रहे हैं कि आरोपी मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन कैसे ले जाने में कामयाब रहे.
सांसद शांभवी चौधरी के दोनों हाथों में कैसे लगी सियाही
वैसे सिर्फ ईवीएम की फोटों लेने का मामला नहीं है. दो और मामले है मतदान से जुड़े जिसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा है. एक मामले में लोक जन शक्ति पार्टी की सांसद शांभवी चौधरी का है जिनके दोनों हाथों की उंगली में वोट डालने के बाद स्याही लगी नज़र आई.
दरअसल बिहार में मतदान के बाद जदयू नेता अशोक चौधरी की बेटी और लोजपा सांसद शांभवी चौधरी कैमरे के सामने पोज़ दे रही थीं और उनके दोनों हाथों पर वोटिंग स्याही लगी हुई थी. शांभवी ने पहले खुद ही उलटा हाथ उठा कर उंगली पर लगी स्याही दिखाई फिर उसे सही करते हुए सीधा हाथ आगे किया. इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तूफान ही आ गया. लोग पूछने लगे कि, क्या उन्होंने दो बार वोट दिया?. हलांकि इस मामले पर चुनाव आयोग चुप है.
She is Shambhavi Chaudhary, daughter of JDU leader Ashok Chaudhary & MP from Chirag Paswan’s LJP
Yesterday, after voting in Bihar, she was posing for the camera & she had ink on both hands
Did she vote twice? Just look at her expressions after being exposed! 🧐 pic.twitter.com/hsuqLwdKoH
— Veena Jain (@Vtxt21) November 7, 2025
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने राकेश सिन्हा पर साधा निशाना
वहीं जिस दूसरे मामले ने लोगों का ध्यान खींचा वो था. आरएसएस प्रचारण प्रोफेसर राकेश सिन्हा का. राकेश सिन्हा ने जनवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा में वोट दिया और फिर वो 10 महीने बाद बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भी वोट डालते नज़र आए. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें इतनी वायरल हुई की आप नेता सौरभ भारद्वाज ने भी उनको लेकर ट्विट किया और कहा कि, ”Expose #3 वोट चोरी 3 भाजपा के राज्य सभा सांसद और सबको संस्कार सिखाने वाली RSS के विचारक राकेश सिंहा जी ने दिल्ली विधान सभा चुनाव में वोट डाला और आज बिहार चुनाव में भी वोट डाला . ये दिल्ली यूनिवर्सिटी के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में पढ़ाते हैं तो ये बिहार का पता चाह कर भी नहीं दिखा सकते. आपको लगता है कि भाजपा सरकार की चोरी पकड़ लेंगे तो से सुधार जाएँगे ? बिल्कुल नहीं , ये खुल्लम खुल्ला चोरी करेंगे. आज भी AQI मॉनिटरिंग स्टेशन पर फर्ज़ीवाड़ा जारी है”
Expose #3
वोट चोरी 3
भाजपा के राज्य सभा सांसद और सबको संस्कार सिखाने वाली RSS के विचारक राकेश सिंहा जी ने दिल्ली विधान सभा चुनाव में वोट डाला और आज बिहार चुनाव में भी वोट डाला
👉🏼ये दिल्ली यूनिवर्सिटी के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में पढ़ाते हैं तो ये बिहार का पता चाह कर भी नहीं दिखा… pic.twitter.com/3PaAqIbwiS
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) November 6, 2025
राकेश सिन्हा ने दी सफाई
दिल्ली में मतदाता होने के बाद बिहार में वोट देने को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, “राजनीति इतनी हल्की हो सकती है इसका अंदाजा मुझे नहीं था. संविधान में आस्था रखने वालों पर सवाल करने वाले पर सवाल करने वालों को सौ बार सोच लेना चाहिए. मेरा नाम दिल्ली के मतदाता सूची में था. बिहार की राजनीति में सक्रियता के कारण मैंने अपना नाम गाँव मनसेर पुर (बेगूसराय) करा लिया. क्या इस आरोप के लिए मैं मानहानि करूँ ?”

