Friday, November 28, 2025

Success Story: बेटी का डर दूर करने के लिए पिता ने भी कि NEET की तैयारी, बाप-बेटी दोनों ने किया एंट्रेस पास

- Advertisement -

प्रयागराज : आपने अंग्रेज़ी की ये कहावत तो सुनी होगी, Example is better than advice यानी सलाह से बेहतर है उदाहरण. कांपिटिशन के इस दौर में मां-बाप पर तो अकसर अपने बच्चों पर भाई-बहन, रिश्तेदारों-पड़ोसियों, सितारों और कामयाब लोगों की मिसाल देकर बच्चों पर दबाव बनाने के आरोप लगते ही रहते हैं लेकिन एक पिता ऐसा भी है जो कांपिटिशन के दबाव से डरी बेटी के साथ देने के लिए इतना आगे निकल गया कि उसके साथ खुद भी NEET की तैयारी की और फिर दोनों ने एक साथ NEET पास कर कई लोगों के लिए मिसाल कायम कर दी.

पिता -बेटी ने दिया एक साथ NEET,दोनों हुए पास

बात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की है. यहां एक पिता ने अपनी बेटी को प्रोत्साहित करने के लिए जो कर दिया वो हर किसी के बस की बात नहीं है. 49 साल के डॉ. प्रकाश खेतान की 19 साल की बेटी मिताली खेतान मेडिकल की तैयारी कर रही थी. कोटा से कोचिंग किया फिर इस साल NEET की तैयारी करने लगी. बेटी को मेडिकल का एंट्रेस निकालने के लिए प्रोत्साहन देने के लिए पिता ने बेटी के साथ मिलकर खुद भी NEET 2023 की तैयारी की. पिता और बेटी दोनों ने NEET 2023 की परीक्षा दी और दोनों ने एंट्रेस क्लियर किया.
अपने इस प्रयास के बारे में बात करते हुए प्रकाश खेतान ने बताया कि वह दिन भर अपना काम करते थे, लेकिन रात को घर आकर बेटी के साथ बैठकर पढ़ाई करते थे. दोनों ने मिलकर एंट्रेस की तैयारी की और अब एक साथ सफलता पाई .हलांकि स्कोर के मामले में बेटी ने पिता को पीछे छोड़ दिया.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड्स रिकार्ड में दर्ज हैं Dr.Prakash Khetan का नाम

दरअसल प्रकाश खेतान पेशे से डॉक्टर हैं, और पिछले 25 साल से मेडिकल (1999 से) मेडिकल प्रैक्टिस कर रहे हैं.1999 में एमएस किया और 2003 में एमसीएच न्यूरो सर्जरी की पढ़ाई पूरी की लेकिन बेटी को मोटिवेट करने के लिए एक बार फिर से किताबों के साथ बैठे और एंट्रेस एग्जाम की तैयारी की.
दरअसल डॉ. प्रकाश खेतान न्यूरो सर्जरी में जाना माना नाम है. डा. खेतान ने कई मुश्किल सर्जरी की है. इन्होंने 13 अप्रैल 2011 को एक ऐसी सर्जरी की जिसने इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ज रिकार्ड्स में दर्ज करा दिया. डाक्टर खेतान ने एक 18 साल की लड़की के दिमाग की 8 घंटे तक सर्जरी की और ब्रेन से 296 सिस्ट निकाले थे. डॉ. खेतान का ये कारनामा हैरान करने वाला था, इसी विशेषज्ञता ने उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड्स रिकार्ड में दर्ज कराया था..

कोटा से वापस लौट आई थी Dr.Prakash Khetan की बेटी

डॉ.प्रकाश खेतान ने बताया कि उन्होंने मेडिकल की तैयारी के लिए बेटी को कोचिंग के हब कहे जाने वाले राजस्थान के शहर कोटा भेजा था लेकिन वहां का माहौल को देखकर वह सहम गई और कुछ ही समय के बाद वापस प्रयागराज लौट आई.

बेटी को मोटिवेट करने के लिए Dr.Prakash Khetan ने 25 साल बाद उठाई किताब

डॉ. प्रकाश खेतान अपनी फील्ड के जाने माने नाम हैं लेकिन एक पिता भी हैं जो अपनी बेटी की उसके जीवन में आगे बढ़ने में मदद करने चाहते थे. कोटा के माहौल से घबराई बेटी को जिस तरह से उन्होंने संबल दिया और प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार किया वो काबिले तारीफ है. गला काट प्रतिस्पर्धा के दौर में अपनी बेटी को प्रेरित करने के लिए जो किया वो वर्तमान समय के अभिभावकों के लिए प्रेरणा है.
आपको बता दें कि पिता और बेटी दोनों के परीक्षा सेंटर्स अलग-अलग थे. पिता ने शिवकुटी तो बेटी ने झूंसी के केंद्र में परीक्षा दी. जून में जब रिजल्ट आया तो सब ये देख कर हैरान रह गये कि पिता को 89 प्रतिशत अंक मिले, वहीं बेटी को 90 प्रतिशत. काउंसिलिंग के बाद आज डॉ. खेतान की बेटी को कर्नाटक के एक कॉलेज में एडमिशन मिला है.

कोटा में हर साल तैयारी के लिए आते हैं लाखों छात्र

कोटा में हर साल देश भर से लाखों बच्चे अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं , यहां एक से बढ़कर एक कोचिंग सेंटर है, जहां छात्रों के बीच कॉम्पीटीशन को क्रैक करने की इतनी होड़ रहती है कि कई बच्चे इसे झेल नहीं पाते हैं. यही कारण है कि कई बच्चे दबाव में आकर आत्महत्या तक कर लेते हैं.
एक आंकड़े के मुताबिक 2023 में ही अब तक 27 बच्चों ने आत्महत्या कर लिया है. यहां रहकर तैयारी करने वाले छात्रों का कहना है कि यहां का माहौल उन्हें डरावना लगता है. हलांकि कोटा प्रशासन अपने तौर पर कोचिंग संस्थान संचालकों और हास्टल के स्टाफ, वार्डन आदि को समय-समय पर निर्देश देते रहते हैं लेकिन आखिरकार कॉम्पीटीशन का दबाव इतना ज्यादा रहता है कि छात्र दबाव में आ जाते हैं. यहां रहकर तैयारी करने वाले छात्रों की सहायता के लिए पुलिस ने स्टूडेंट सेल भी बनाया है.

ये भी पढ़ें- गायक Malkit Singh का धमाकेदार गाना ‘मोबाइल’ हुआ लॉन्च, सुनकर आप भी झूम उठेंगे

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news