‘Delhi Chalo’ march: किसानों को का दिल्ली चलो मार्च बुधवार फिर से शुरु हो हो गया है. सभी फसलों के लिए एमएसपी समर्थन की अपनी मांग पर कायम किसानों ने मंगलवार को सरकार के पांच साल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरकारी एजेंसियों के माध्यम से दलहन, मक्का और कपास की फसल खरीदने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और अपना आंदोलन जारी रखने की घोषणा की है.
दिल्ली चलो मार्च फिर शुरु
प्रदर्शनकारी ने केंद्र सरकार के साथ चौथे दौर की वार्ता विफल होने के बाद मंगलवार को आंदोलन फिर से शुरू करने की घोषणा की. हजारों की संख्या में किसान हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर डेरा डाले हुए हैं.
सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे- सरवन सिंह पंधेर
आज ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, “हमने तय किया है कि कोई भी किसान, युवा आगे नहीं जाएगा. सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे…हम सरकार से आज भी मांग करेंगे कि दिल्ली से बड़ा फैसला करें। आप कहें कि MSP पर गारंटी कानून बनाएंगे, ये आंदोलन अभी खत्म हो सकता है…”
#WATCH आज ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, “हमने तय किया है कि कोई भी किसान, युवा आगे नहीं जाएगा। सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे…हम सरकार से आज भी मांग करेंगे कि दिल्ली से बड़ा फैसला करें। आप कहें कि MSP पर गारंटी कानून बनाएंगे, ये आंदोलन अभी खत्म हो… pic.twitter.com/y3KZgjGBxh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 21, 2024
पंधेर ने की पीएम से आगे आकर विरोध खत्म कराने की मांग
इसके साथ ही किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह आगे आएं और विरोध खत्म करने में उनकी मदद करें. उन्होंने कहा “हमने सरकार से कहा है कि आप हमें मार सकते हैं लेकिन कृपया किसानों पर अत्याचार न करें. हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वह आगे आएं और किसानों के लिए एमएसपी गारंटी पर एक कानून की घोषणा करके इस विरोध को समाप्त करें… ऐसी सरकार को देश माफ नहीं करेगा…हरियाणा के गांवों में अर्धसैनिक बल तैनात हैं…हमने क्या अपराध किया है?…हमने आपको प्रधानमंत्री बनाया है. हमने कभी नहीं सोचा था कि सेनाएं हम पर इस तरह जुल्म करेंगी…कृपया संविधान की रक्षा करें और हमें शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर जाने का रास्ता दें. यह हमारा अधिकार है.”
#WATCH आज के ‘दिल्ली चलो’ मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ”हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। हम बैठकों में शामिल हुए, हर बिंदु पर चर्चा हुई और अब फैसला केंद्र सरकार को लेना है। हम शांत रहेंगे…प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और हमारी मांगों को स्वीकार करना चाहिए। 1.5-2… pic.twitter.com/FkgdMgjj1n
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 21, 2024
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ”हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है… हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनाया है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है… ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं। हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं, सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे… नहीं तो हमारी मांगें मान लें… हम शांत हैं… अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे… हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा… मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं…”