मंगलवार को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर Prashant Kishor को दो राज्यों में कथित तौर पर मतदाता के रूप में नामांकित होने के लिए नोटिस जारी किया.
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का नाम कथित तौर पर पश्चिम बंगाल और बिहार की मतदाता सूचियों में दर्ज है. चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने किशोर की पार्टी फिलहाल बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने में व्यस्त है.
Prashant Kishor बंगाल के भवानीपुर से तो बिहार के सासाराम से हैं वोटर
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रशांत किशोर का नाम पश्चिम बंगाल और बिहार की मतदाता सूची में है. बंगाल में किशोर का पता कोलकाता के 121 कालीघाट रोड पर दर्ज है, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस कार्यालय का पता है.
वहीं, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार में, प्रशांत किशोर Prashant Kishor सासाराम संसदीय क्षेत्र के करगहर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं. उनका मतदान केंद्र रोहतास जिले के अंतर्गत मध्य विद्यालय, कोनार है. कोनार किशोर का पैतृक गाँव है.
चुनाव आयोग ने Prashant Kishor से मांगा तीन दिन में स्पष्टीकरण
चुनाव आयोग ने द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए, अपने नोटिस में कहा कि किशोर का नाम ‘निर्मल हृदय विद्यालय, बीडन स्ट्रीट, कोलकाता’ की मतदाता सूची में और “बिहार के 209-कराहगर विधानसभा क्षेत्र (भाग संख्या 767, क्रम संख्या 621) में भी मतदाता पहचान पत्र IUJ1323718 के साथ दर्ज है.”
चुनाव आयोग ने याद दिलाया कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 17 के तहत, कोई व्यक्ति एक से ज़्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हो सकता. इस नियम का उल्लंघन इसी अधिनियम की धारा 31 के अंतर्गत दंडनीय है.
किशोर को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, “आपसे अनुरोध है कि आप तीन दिनों के भीतर अपना नाम एक से ज़्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में दर्ज होने के बारे में स्पष्टीकरण दें.”
प्रशांत किशोर की टीम और तृणमूल कांग्रेस ने मामले पर क्या कहा
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बिहार के सासाराम और बंगाल में भवानीपुर से मतदाता होने को लेकर उठे विवाद पर किशोर की टीम के एक वरिष्ठ सदस्य के हवाले से कहा गया है कि बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद वह बिहार में मतदाता बन गए. उनकी टीम के सदस्य के अनुसार, किशोर ने अपना बंगाल मतदाता पहचान पत्र रद्द करने के लिए आवेदन किया है, लेकिन आवेदन की स्थिति के बारे में विस्तार से नहीं बताया. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने टिप्पणी के लिए पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया.
वार्ड संख्या 73 की स्थानीय टीएमसी पार्षद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भाभी, कजरी बनर्जी ने कहा कि 121, कालीघाट रोड, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस का पार्टी कार्यालय है. अखबार ने उनके हवाले से कहा, “वह (किशोर) (टीएमसी में अपने कार्यकाल के दौरान) उस इमारत में आते और ठहरते थे. मुझे यकीन नहीं है कि उन्होंने यहीं से (मतदाता के रूप में) नामांकन कराया था या नहीं.”
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