Railway New Rule : रेलवे के नये नियमों का असर सीधे दिखाई देने लगा है. भारतीय रेल ने रेल टिकटों की बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. ये बदलाव 1 जुलाई से लागू किया गया है. टिकट बुकिंग के नियमों में किये गये बदलाव का असर सीधे टिकट आरक्षण पर दिखाई दे रहा है. खास कर उत्तर से पूर्व की तरफ जाने वाली रेलगाडियों यानी वाराणसी, बिहार, असम नार्थ इस्ट की ट्रेनों में जहां आम लोगों के लिए तत्काल का टिकट लेना भी भारी मशक्कत का काम था, वहीं अब नये नियम के लागू होने के बाद इन ट्रेनों में साधारण के साथ-साथ तत्काल कोटे में सीटें खाली दिखाई दे रही हैं. . इससे पहले जहां इन रुट्स पर चलने वाली गाडियों में टिकट बुकिंग शुरु होने के कुछ मिनट बाद ही खत्म हो जाते थे, वहीं अब बुकिंग समय के काफी बाद भी टिकटें उपलब्ध दिखाई दे रही हैं.
Railway New Rule : नये नियम के कारण पड़ा क्या फर्क ?
रेल मंत्रालय ने टिकट बुकिंग के लिए जो नये नियम बनाये हैं, उनके मुताबिक अब तत्काल टिकट केवल उन्ही लोगों को मिल पायेगा, जिनके पास आधार सत्यापन होगा. रेलवे में अब टिकटें आधार नंबर पर भेजे गये ओटीपी ऑथेंटिकेशन के जरिए ही बुक किए जा सकेंगे. रेलवे ने ये नियम 1 जुलाई 2025 से लागू कर दिया गया है. रेलवे के मुताबिक इस नियम का उद्देश्य तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाना और जरूरतमंद यात्रियों को प्राथमिकता देना है. रेलवे के नये नियम के मुताबिक बुकिंग शुरु होने के पहले आधे घंटे तक केवल आम यात्री बुकिंग करा सकेंगे. एजेंट्स की बुकिंग टिकट विंडो खुलने के 30 मिनट के बाद शुरु हो सकेगी.
रेलवे का क्या है नया नियम ?
-यात्री IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिये तत्काल टिकट केवल आधार ऑथेंटिकेशन के द्वारा ही बुक कर सकेंगे.
– एजेंट्स के लिए भी OTP आधारित आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य है.
– आने वाले 15 जुलाई से रेलवे काउंटर या एजेंट सभी के लिए टिकट बुक कराने के लिए आधार नंबर अनिवार्य होगा.
– रेल टिकट बुकिंग वाले एजेंट्स को शुरु के आधे घंटे तक बुकिंग करना प्रतिबंधित होगा. कोई भी एजेंट काउंटर खुलने के 30 मिनट बाद ही बुकिंग कर पायेगा.
– AC क्लास की टिकटों के लिए बुकिंग काउंटर सुबह 10:00 खुलेगा, वहीं एजेंट सुबह 10:30 के बाद बुकिंग कर सकेंगे .
– Non-AC क्लास में आम यात्रियों के लिए बुकिंग सुबह 11:00 से शुरु होगी वहीं एजेंट 11:30 के बाद बुकिंग कर सकेंगे.
नये नियम से रेल टिकट बुकिंग में क्या फर्क आया ?
रेलवे के नये नियमों का फर्क सीधे तौर पर बुकिंग एजेंट्स पर पड़ा है. आमलोगों ने जहां राहत की सांस ली है, वहीं एजेंट्स के लिए टिकटें बुक करना मुश्किल हो गया है.यही कारण है कि रेलवे की नई व्यवस्था का अधिकृत एजेंट विरोध भी कर रहे हैं.