बिहार में बजट सत्र का ऐलान होने के बाद बीजेपी ने अपने विधायकों की आपात बैठक बुलाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस बैठक में सत्र की तैयारियों के साथ ही बिहार में लालू नीतीश के बीच बढ़ती दूरियों से पैदा होने वाली संभावनाओं पर चर्चा हो रही है.
बिहार में बजट सत्र का ऐलान होने के बाद बीजेपी ने अपने विधायकों की आपात बैठक बुलाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस बैठक में सत्र की तैयारियों के साथ ही बिहार में लालू नीतीश के बीच बढ़ती दूरियों से पैदा होने वाली संभावनाओं पर चर्चा हो रही है. #Bihar #biharpolitics @BJP4Bihar pic.twitter.com/nwMzY5mpHM
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) January 19, 2024
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के आवास पर बीजेपी की बैठक
बिहार विधानसभा का बजट सत्र पांच फरवरी से सत्र शुरू होगा जो 29 फरवरी तक चलेगा. इसी को लेकर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के आवास पर बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक हो रही है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में बजट सत्र में पार्टी की रणनीति और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर तैयारी पर चर्चा होगी. पार्टी के सभी विधायक और कई सांसद मीटिंग में मौजूद हैं. बैठक में 5 फरवरी से शुरू हो रहा बजट सत्र में पार्टी की रणनीति क्या होगी. विशेष रूप से बिहार के बदलते राजनीतिक माहौल में उन्हें क्या करना है. सरकार को किन मुद्दों पर घेरना है या कहां कोई और रास्ता अपना लेना है इसे फाइनल किया जा सकता है.
नीतीश-लालू के बीच बढ़ती दूरी पर है बीजेपी की नज़र
सूत्रों के मुताबिक बजट सत्र में राज्य में पिछले दिनों 2 लाख शिक्षकों को नौकरी देने का मामला गर्म रहने वाला है. खासकर सरकार में शामिल दल आरजेडी और जेडीयू के बीच इसका श्रेय लेने की मची होड़ की गूंज सुनाई पड़ेगी. पिछले दिनों राजद के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्सेंस करके तेजस्वी के डिप्टी सीएम रहते 15 माह की सरकार की बड़ी उपलब्धि करार दिया. उधर जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सात निश्चय 2 में ही दस लाख नौकरी का फैसला कर लिया था. राजद के लोग क्या बोलते हैं इस पर ध्यान नहीं देता. इस माहौल में नीतीश कुमार अगर कोई कदम उठाते हैं तो बीजेपी इस पर नजर रखेगी और माहौल भांप कर अपना रिएक्शन देगी. आज की मीटिंग में भी यह तय किया जाएगा कि क्या कदम उठाना चाहिए.
नीतीश कुमार पर हमलों में बरते नरमी
हाल में गृहमंत्री अमित शाह के बिहार में जेडीयू के साथ फिर से हाथ मिलाने के सवाल पर ये प्रतिक्रिया देने के बाद कि अगर ऐसा प्रस्ताव आएगा तो विचार करेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि आज की बैठक में इस बारे में भी चर्चा होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी इन मुद्दों पर लगातार फीडबैक ले रही है. शुक्रवार की बैठक में पार्टी के विधायक भी इस मामले में अपनी-अपनी राय रखेंगे.
यह भी माना जा रहा है कि शुक्रवार की मीटिंग में पार्टी नेतृत्व की ओर से विधायकों को यह मैसेज दिया जाएगा कि किन मुद्दों पर नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के खिलाफ कोई बयान देना है और कहां संयम से काम लेना है. नीतीश कुमार पर व्यक्तिगत हमलों से बचने की सलाह दिए जाने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि नीतीश कुमार की लालू यादव से बढ़ती दूरी और बीजेपी के साथ जाने की अटकलें काफी तेज हो गई हैं. एनडीए में शामिल जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, पशुपति पारस इसके संकेत देते रहते हैं.
गांव की ओर चलो अभियान पर भी होगी चर्चा
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की मीटिंग में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हर विधानसभा में युवा मतदाताओं के सम्मेलन पर भी चर्चा होने वाली है. जल्द ही बीजेपी का गांव की ओर चलो अभियान शुरू होने वाला है. इसके तहत राज्य के 45 हजार गांवों में जाकर 45 हजार संयोजक लोगों से मुलाकात करेंगे. इस पर ठोस रणनीति बनाने पर चर्चा के आसार हैं. भाजपा नए मतदाताओं पर फोकस कर रही है जिन्हें युवा सम्मेलन के माध्यम से पार्टी से भावनात्मक रूप से जोड़ने की तैयारी है.
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