गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले दिल्ली के रामलीला मैदान में “किसान मजदूर महापंचायत” शुरु हो गई है. इस Delhi Kisan Mahapanchayat में किसान संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर एक कानून सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने जमा हुए है. हलांकि दिल्ली पुलिस ने महापंचायत को लेकर जो अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया उसमें केवल 5,000 प्रदर्शनकारियों को अनुमति देने, लाठी या किसी अन्य तेज हथियार पर प्रतिबंध लगाने जैसे प्रतिबंध लगाए है. इसके साथ ही दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी राष्ट्रीय राजधानी में यातायात प्रतिबंध लगा दिया है.


दिल्ली के रामलीला मैदान से किसानों ने केंद्र के खिलाफ की नारेबाजी
कृषि क्षेत्र के संबंध में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र की नीतियों के विरोध में आयोजित “किसान मजदूर महापंचायत” में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में किसान गुरुवार को यहां रामलीला मैदान में एकत्र हुए.
निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 में दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले किसान संगठनों का एक छत्र निकाय, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि “किसान मजदूर महापंचायत” में केंद्र की नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा. वहीं किसानों ने प्रदर्शन स्थल पर केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
वहीं दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने किसानों के जमावड़े के मद्देनजर मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों को जाम से बचने के लिए यात्रियों के लिए यातायात एडवाइजरी जारी की है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की सीमाओं पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है. पुलिस ने किसानों को अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बिना दिल्ली में आने की इजाजत दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने किसानों को इस शर्त पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी है कि 5,000 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं होंगे, कोई ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं होगी और रामलीला मैदान तक कोई मार्च नहीं होगा.