मध्यप्रदेश के दमोह जिले के देवरान गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या के मामले में दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि वो पीड़ित परिवार से मिलने देवरान जायेंगें
दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि यहां दलितों के साथ अन्याय हो रहा है.
भाजपा राज में बहुजन-दलितों पर दमन चरम पर है।
म.प्र. के दमोह जिले के देवरान गाँव में आज दलित परिवार पर गाँव के सामंतियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर तीन लोगों की नृशंस हत्या कर दी। बाकी को भाग कर जान बचानी पड़ी।
मैं न्याय की लड़ाई को मजबूत करने व पीड़ित परिजनों से मिलने दमोह जाऊंगा। pic.twitter.com/Q5bmvgwd8b
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 25, 2022
मामला दिवाली के अगले दिन यानी मंगलवार का है .देवरान गांव में एक ही दलित परिवार के तीन लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप गांव के ही समांत कहे जाने वाले पटेल परिवार पर है.
क्या है पूरी घटना
मृतक मानक के छोटे भाई का कहना है कि उसकी मां और भाभी गांव में ही गोबर लेने के लिए गई थी.आने में देरी होने पर मानक उन्हें देखने गया.वहां पटेल परिवार की महिलाएं भी मौजूद थी.इसी बीच जगदीश (पटेल परिवार का सदस्य) वहां आया और फायरिंग शुरु कर दी.तीनों की वहीं मौत हो गई.
मरने वाले का नाम घमंडजी अहिरवार, राजप्यारी और उनका तीस साल का बेटा मानक अहिरवार है. तीनों को बेहद पास से गोली मारी गई. घटना के बाद से पूरे गांव में तनाव का माहौल है.
ये पीडित परिवार के युवक का कहना है लेकिन पुलिस की तरफ से शुरआती जांच के बाद सागर के आईजी ने कुछ अलग ही बात कही है. आईजी पुलिस का कहना है कि दलित परिवार के युवक की बुरी नजर गांव के ही पटेल परिवार की किसी महिला पर थी और संभवतह यही विवाद की सबसे बड़े वजह थी.
यहां ये मामला दलित बनाम सामंत का बन गया है.
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन किया. पुलिस के मुताबिक अहिरवार परिवार के लड़के का पटेल परिवार की किसी महिला पर बुरी नजर थी.यह जानकारी मिलने पर जगदीश पटेल उनके साथियों ने खेत में काम कर रहे अहिरवार परिवार पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी. इनमें तीन लोगों की मौत हुई और बाकी लोग किसी तरह जान बचा कर भागे.घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
सागर के आइजी ने बताया कि आरोपी जगदीश को हिरासत में ले लिया गया है और दूसरे आरोपियों की तलाश की जा रही है. शुरुआती जांच के बाद सागर आईजी ने बताया कि अहिरवार परिवार की बुरी नजर पटेल परिवार की महिला पर थी. फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं के ध्यान में रख कर जांच कर रही है.