Friday, July 11, 2025

Cyber Crime : साइबर अपराधियों का कारनामा,डीजी आफिस कर्मचारी बनकर लगाया 25 हज़ार का चूना

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Cyber Crime: बिहार में पिछले कुछ सालों में साइबर क अपराध की घटनाओं मे तेजी से इजाफा हुआ है. प्रतिदिन ये साइबर अपराधी नये नये तरीकों के लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. ताजा मामला जमुई के झाझा से आया है, जहां कुछ शातिर अपराधियों ने डीजी आफिस कर्मचारी बनकर एक परिवार को धमकाया और उसे 25 हजार रुपये की ठगी की.

Cyber Crime .. हेलो में डीजी ऑफिस से बोल रहा हूं…

मामला जमुई के झाझा का है, जहां  साइबर क्राइम अपराधियों ने डीजी ऑफिस का कर्मचारी बनकर बात की .  साइबर अपराधियों ने पीड़ित को फोन कर बताया कि वह डीजी ऑफिस से बोल रहा है. उनकी बेटी की सहेली ने किसी मंत्री के बेटे के साथ कुछ गलत काम किया है. जिसमें उनकी बेटी भी शामिल है.उनकी बेटी को उलटा लटकाया गया है, उसका मर्डर कर देंगे हम. अभी उनकी बेटी उनके पास है और उसके मोबाइल को भी जब्त कर लिया गया है. यदि बेटी की जान बचाना चाहते हो तो मेरे अकाउंट में तुरंत 25 हजार रूपये भेज दो. पैसा नहीं भेजे तो तुम्हारी बेटी को जान से मार डालेंगे. बाद में बेटी को बचाने के लिए पांच लाख रूपए देने होंगे. अभी सिर्फ 25 हज़ार रुपयों में यह मामला खत्म हो जाएगा. अगर अपनी बेटी को बचाना है तो बचा लो.

25 हजार रुपये का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन

इस कॉल के बाद परिजन परेशान हो गए. इस बात की जानकारी पीडित ने अपनी बेटी को दी. जिसके बाद बड़ी बेटी ने नंबर पर 25 हज़ार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर दी. ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के बाद पीड़ित ने अपनी छोटी बेटी को कल किया तो पता लगा कि ऐसा कोई मामला नहीं है और न ही वह ऐसे की मामले में फंसी है. उसका मोबाइल भी उसके पास है. उसके बाद पीड़ित लोगों को पता लगा की वो ठगी के शिकार हो गए हैं. इसके बाद जिस नंबर से कल आई थी उस नंबर पर जब दोबारा कॉल किया तो वह नंबर नहीं लगा.

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पीड़ित ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

पीड़ित दंपति ने जमुई साइबर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी है. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. साइबर ठगी का मामला जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के पिपराडीह का है. व्यवसायी किशोर कुमार और उनकी पत्नी सुनीता कुमारी को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया है. किशोर कुमार ने मामले के बारे में बताया कि उनकी छोटी बेटी बाहर रहकर पढ़ाई करती है. ऐसे में उन्हें अपनी बेटी की चिंता होने लगी. बेटी की चिंता के डर से उन्होंने साइबर ठगों को 25 हजार रुपया फोन पे पर ट्रांसफर कर दिया. अब पीड़ित दंपती पुलिस से मामले की जांच कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगा रहे हैं.

AI की मदद से आनलाइन ठगी 

इन दिनों साईबर अपराधी टेक्नॉलाजी का इसेतमाल करके लगातार लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं और उन्हें ठगी का शिकार बनाते हैं. अब तक लोन और इनाम के नाम से ठगी करने वाले साइबर ठग इनदिनों सरकारी कर्मचारी और पुलिस के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. कभी बिजली ऑफिस के एसडीओ बनकर तो कभी पैनकार्ड और बैंक अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक करना ह, इश तरह की बाते करके लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं.

सावधान रहें, सतर्क रहें

बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए लगातार पुलिस और प्रशासन की तरफ से ये सूचना प्रसारित किया जा रहा है कि अनजाने फोन पर किसी को ना तो जबाव दें, ना ही किसी तरह का निजी डाटा साझा करें. पुलिस प्रशासन की लगातार सूचनाओं के बावजूद लोग इन साइबर अपराधियो के झांसे का शिकार होते हैं, और अपना नुकसान करते लेते हैं. पुलिस प्रशासन की सलाह है कि लोग ऐसे साइबर कॉल से सतर्क रहें.

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