स्वतंत्र भारत के पहल मतदाता श्याम सरन की आज 106 साल की उम्र में निधन हो गया. श्याम सरन ने 2 नवंबर 2022 को अपने आखिरी मताधिकार का प्रयोग अपने आवास पर पोस्टल बैलेट के जरिए किया था.उन्होंने अपने जीवन में 34 बार मतदान किया. आजादी के बाद हुए पहले चुनाव में 23 अक्टूबर, 1951 को श्याम सरन ने भारतीय लोकतांत्रिक सरकार के चुनाव में पहला मतदान किया था.
गौरतलब है कि देश में पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था, लेकिन हिमाचल के मौसम को देखते हुए सरकार ने यहां पूरे देश मे चुनाव से पहले ही वोटिंग करा लिया था ताकि यहां के लोगों को मौसम के कारण देश के पहले प्रधानमंत्री के चुनाव करने में अपना हिस्सा देने से महरूम ना रहना पड़ जाये. श्याम सरन ने 23 अक्टूबर 1951 को कल्पा मतदान केंद्र पर पहला वोट डाला था और देश के पहले मतदाता बने थे. श्यामसरन ने 1951 के बाद हर लोकसभा, विधानसभा और सभी स्थानीय निकायों में भाग लिया औऱ अपना अमूल्य मतदान किया.
हिमाचल प्रदेश के सीएम ने पहले मतदाता के निधन शोक संदेश जताया .
स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता और हमारे किन्नौर जिला से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करें।
शोकग्रस्त परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
ॐ शांति! pic.twitter.com/JzFXrtyeUH
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) November 5, 2022
चुनाव आयोग ने भी श्याम सरन नोगी के निधन पर शोक जताया है. चुनाव आयोग ने अपने शोक संदेश में कहा कि ना केवल पहला मतदाता बल्कि ऐसा नागिरक को खो दिया, जिसकी लोकतंत्र में गहरी थी.
Not just first voter of Independent India,but a man with exceptional faith in #democracy.
ECI mourns the demise of Shri Shyam Saran Negi. We are eternally grateful for his service to the Nation. https://t.co/IdmJFXXhFf
— Election Commission of India #SVEEP (@ECISVEEP) November 5, 2022