Sunday, June 1, 2025

Congress clarification: पहलगाम हमले पर पार्टी नेता केवल अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं, वे आईएनसी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते

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Congress clarification: कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि पार्टी के जो नेता पहलगाम आतंकवादी हमले पर मीडिया से बात कर रहे हैं, वे “केवल अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं, वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते..”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति ने 24 अप्रैल 2025 को बैठक की और दो दिन पहले पहलगाम में पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकी हमले पर एक प्रस्ताव पारित किया.

Congress clarification: केवल अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं नेता

जयराम रमेश ने X पर एक पोस्ट में लिखा, ” इसके पश्चात 25 अप्रैल 2025 को कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता ने सर्वदलीय बैठक में भाग लिया और पार्टी का पक्ष रखा. कांग्रेस के कुछ नेता मीडिया से चर्चा कर रहे हैं. वे केवल अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं, वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते. ऐसे अत्यंत संवेदनशील समय में इस बात में कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि केवल सीडब्ल्यूसी (कांग्रेस कार्य समिति) का प्रस्ताव, श्री मल्लिकार्जुन खड़गे और श्री राहुल गांधी द्वारा व्यक्त विचार, और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों के विचार ही आईएनसी की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व करते हैं.”

पहलगाम हमले पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी

कांग्रेस का ये बयान हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर कांग्रेस के कुछ नेताओं की टिप्पणियों पर विवाद खड़ा होने के बाद आया है. इसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा था कि “युद्ध की कोई आवश्यकता नहीं है”.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे.
सिद्धारमैया के अलावा, महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार, कर्नाटक के मंत्री आरबी तिम्मापुर और राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा ने भी पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर टिप्पणी की है, जिसकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निंदा की है.

क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का अपनी पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं है?

भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का अपनी पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं है? या फिर दोनों ने औपचारिक टिप्पणियाँ कीं, जबकि दूसरों को अपनी मर्जी से बोलने की आज़ादी दी.”
प्रसाद ने वडेट्टीवार और तिम्मापुर का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने कुछ पीड़ितों के इस बयान पर सवाल उठाया है कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले गैर-मुस्लिमों की पहचान की थी. कर्नाटक के मंत्री आरबी तिम्मापुर ने रविवार को दावा किया कि उन्हें नहीं लगता कि किसी आतंकवादी के लिए गोली मारने से पहले पीड़ित का धर्म पूछना व्यावहारिक है. कर्नाटक के आबकारी मंत्री ने मीडिया से कहा, “एक आदमी जो गोली चला रहा है, क्या वह जाति या धर्म पूछेगा? वह बस गोली चलाएगा और चला जाएगा. व्यावहारिक रूप से सोचें. वह वहां खड़ा होकर नहीं पूछेगा, पूछेगा और फिर गोली चला देगा.” कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने भी इसी तरह का बयान दिया और पूछा, “क्या आतंकवादियों के पास धर्म पूछने का समय है”.

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