दिल्ली: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ नये साल में स्विट्जरलैंड में होने वाले दावोस विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum, Davos-2023) की बैठक में भारत की ओर से हिस्सा लेंगे. इस बैठक में 50 देशों से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
भारत से 100 से अधिक कारोबारी पहुचेंगे दावोस
दावोस (DAVOS) में विश्व आर्थिक मंच की बैठक 16 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक चलेगी. सीएम योगी के साथ भारत की से करीब 100 लोग इस बैठक में हिस्सा लेंगे जिसमें देश के बड़े उद्योगपति और राजनेता शामिल हैं.
इस बैठक में राजनेताओं में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव औऱ स्मृति इरानी शामिल हैं.
उद्योगपतियों में गौतम अडानी, मुकेश अंबानी समेत बिरला , गोदरेज और पूनावाला समेत 100 कारोबारी शामिल हो सकते हैं.
कुमारमंगलम बिड़ला, एन चंद्रशेखरन, अदार पूनावाला, नादिर गोदरेज, राजन मित्तल, सुनील मित्तल , सज्जन जिंदल , संजीव बजाज भी बैठक में शामिल हो सकते हैं.
आर्थिक मंच पर दुनिया के देशों की प्राथमिकताओं पर विचार
स्वीटजरलैंड के दावोस में 16 से 20 जनवरी तक होने आयोजित होने वाली विश्व आर्थिक मंच की ये सालाना बैठक है. ये बैठक दुनिया के देशों को एक दूसरे के साथ आर्थिक मंच पर प्राथमिकताओं पर विचार करने के लिए सरकार,व्यापार और नागरिक समाज के नेताओ को एक मंच पर लायेगी. इस मंच के जरिये रचनात्मक और दूरंदेशी फैसले संवाद के जरिये पब्लिक –प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से समाधान खोजने में एक दूसरे की मदद करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा.
2018 में पीएम मोदी ने भी की थी शिरकत
इससे पहले 2018 में पीएम मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री इस बैठक में हिस्सा लिया था. इस बठक में पीएम मोदी ने वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत पर जोर दिया था. पीएम मोदी ने कहा था कि पूरे विश्व में आर्थिक विकास का फायदा उठाने के लिए वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को पूरे समाज तक पहुंचाना जरुरी है. ताकि पूरी दुनिया एक परिवार की तरह रह सके.