CBI Raid in Chhattisgarh : केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के 12 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. राजधानी रायपुर, दुर्ग , बिलासपुर, धमतरी, भिलाई समेत कुछ और जिलों में सीबीआई आज सुबह से छापेमारी कर रही है.
CBI Raid in Chhattisgarh : CGPSC में नियुक्तियों में हुई अनियमितता
जानकारी के मुताबिक सीबीआई के ये छापेमारी छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) में हुई अनियमितएं और धांधली से जुड़ी हैं . पिछले महीने में इन अनियमितताओं के खिलाफ FIR दर्ज किए गए थे, जिसमें आरोप था कि राज्य के कई बड़े नेताओं और अधिकारियों और अपने परिजनों और बच्चों को प्रदेश में होने वाली पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा में नियमों का उलंघन कर अनुचित लाभ पहुंचाया है .
बड़े अधिकारियों ने अपने बच्चो और परिजनों को दिलाई नौकरी
आरोप है कि शीर्ष पदों पर आसीन नेताओं और बड़े अफसरों के रिश्तेदारों को CGPSC परीक्षा में शामिल कराने के लिए हेरफेर किया गया था. CGPSC परीक्षा का रिजल्ट 11 मई 2023 को घोषित किया गया था. परीक्षा में कुल 171 छात्रों का चयन हुआ था. इनमें से 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में आरोप लगने के बाद अधिकारियों ने बताया कि रिश्तेदारों को कथित तौर पर लाभ उठाने वालों की जांच के मामले में रायपुर में 6, दुर्ग में 3, महासमुंद में 2 और धमतारी में 2 और सरगुजा – बिलासपुर में 1-1 ठिकाने पर सीबीआई ने छापे मारे हैं .
CGPCS में अनियमितता के लेकर 16 पर FIR दर्ज
CBI ने 16 ऐसे परीक्षार्थियों पर FIR किया है, जिन्हें डेपुटी कलेक्टर, एसिस्टेंट पुलिस अधीक्षक और कई बड़े पदों पर नियुक्त किया गया था. सीबाआई के मुताबिक एजेंसी ने आज बुधवार को 15 ठिकानों पर छापे मारे . इससे पहले भी इन परीक्षार्थी के घरों की तलाशी ली थी .
CGPCS के पूर्व अध्यक्ष सोनवानी के परिवार के 5 सदस्यों की हुई नियुक्ति
सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPCS) के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी और पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव के साथ एक और परीक्षा नियंत्रक पर जुलाई के महीने में अपने अपने परिवार के सदस्यों ,रिश्तेदारों और परिचितों को मेधा सूची में अतिरिक्त अंक दिलाने के मामले में मदद करने के लिए FIR दर्ज किया गया था.
अधिकारियों को मुताबिक CGPCS के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी के परिवार के 5 सदस्य इस भर्ती प्रक्रिया में लाभार्थी थे. पांच सदस्यों में सोनवाली का बेटा नीतेश, बहू निशा कोसाले, बड़े भाई का बेटा साहिल , बड़े भाई की बहू दीपा, भतीजा अदिल और बेटी सुनीता जोशी शामिल हैं.
सोनवान के बेटे नीतेश और बहू निशा कोसेल को उप कलेक्टर, बड़े बाई के बेटे साहिल को पुलिस उपाधिक्षक, बहू दीपा अदिल को जिला आबकारी अधिकारी और बेटी सुनीता जोशी को श्रम अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली थी.
सीबीआई के प्रवक्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के तत्कालीन सचिव ध्रुव ने अपने बेटे बेटे सुमित का चयन उप कलेक्टर के पद पर कराया. सीबीआई के मुताबिक CGPSC की परीक्षा में 1 से लेकर 171 तक अंक तालिका में आने वाले अभ्यर्थी सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों से संबंधित हैं.
शिकायत के मुताबिक इस सूचि में राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार के बेटे निखिल, बेटी नेहा , बस्तर में नक्सल आपरेशन के डीआईजी पीएल ध्रुव की बेटी साक्षी , कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी भूमिका कटियार और दामाद शशांक गोयल और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ल की बेटा स्वर्णिम शुक्ला भी शामिल हैं.