Budget Session: मंगलवार को तमिलनाडु के सांसदों ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हटाने और एक दिन पहले लोकसभा में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सदस्यों के बारे में उनके द्वारा की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की.
सोमवार को विपक्षी सांसदों ने इस मामले को लेकर वॉकआउट किया था. जिसे बाद में प्रधान ने अपना बयान वापस ले लिया. जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्षी दल सोमवार को सदन में वापस आए और वोटर आईडी नंबरों की नकल, नई शिक्षा नीति (एनईपी) और लोकसभा सीटों के संभावित पुनर्निर्धारण के मुद्दे पर सरकार को घेरा.
Budget Session : लोकसभा अध्यक्ष ने सभी स्थगन प्रस्तावों को अस्वीकार किया
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष द्वारा प्रस्तुत सभी स्थगन प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया.
सीपीआई ने परिसीमन के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग की
सीपीआई सांसद पी संदोष ने पीटीआई से कहा, “हमने पहले ही परिसीमन के बारे में अपने विचार व्यक्त कर दिए हैं, इससे दक्षिणी राज्यों और अन्य राज्यों के हितों को नुकसान पहुंचेगा, जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रित की है. दक्षिण भारत से 26 सीटें कम होने की आशंका है और ऐसा नहीं होना चाहिए. इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं, हम सदन में गृह मंत्री से एक खुला बयान देने की मांग करते हैं.”
टीएमसी, कांग्रेस ने धर्मेंद्र प्रधान से उनकी टिप्पणी पर माफी की मांग की, डीएमके का समर्थन किया
संसद बजट सत्र लाइव: टीएमसी और कांग्रेस दोनों ने एनईपी मुद्दे पर डीएमके का समर्थन किया है और इस मुद्दे पर अपनी टिप्पणी के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से माफी की मांग की है।
दक्षिण भारत के सांसदों ने विरोध में पहनी काली शर्ट
डीएमके ने कहा कि दक्षिण भारत के विभिन्न सांसद निष्पक्ष परिसीमन और प्रतिनिधित्व के लिए विरोध स्वरूप काली शर्ट पहन रहे हैं।
राज्यसभा में हंगामा
राज्यसभा के उपसभापति ने विपक्ष ने नियम 267 के तहत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग खारिज की
मंगलवार को विपक्ष के कई सांसदों ने नियम 267 के तहत स्थगन का नोटिस दिया, लेकिन नियमों का पालन न करने के कारण राज्यसभा के उपसभापति ने इसे अस्वीकार कर दिया. इस फैसले के कारण राज्यसभा में हंगामा मच गया.जिसके बाद सदन 12 बजे तक की गई स्थगित किया गया था.
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