भारत में तारों को देखने के शौकीन लोग रविवार की रात एक शानदार खगोलीय घटना देख सकेंगे, क्योंकि पूर्ण चंद्रग्रहण, जिसे “ब्लड मून” “Blood Moon” के नाम से जाना जाता है, पूरे देश में दिखाई देगा.
यह घटना तब होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और वह गहरे लाल रंग का हो जाता है, यह एक ऐसा दृश्य है जिसने सदियों से खगोलविदों को आकर्षित किया है.
भारत और चीन सहित एशिया में दिखेगा बेहतरीन Blood Moon
समाचार एजेंसी एजेंस फ्रांस-प्रेस के अनुसार, भारत और चीन सहित एशिया में इसे देखने के बेहतरीन अवसर होंगे, जबकि पूर्ण चंद्रग्रहण अफ्रीका के पूर्वी छोर और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा.
पूर्ण चंद्रग्रहण 7 सितंबर को भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर को भारतीय समयानुसार रात 12:22 बजे समाप्त होगा. चंद्रमा पृथ्वी की बाहरी छाया में ढलते ही थोड़ा पहले, लगभग रात 10:01 बजे, उपछाया चरण में प्रवेश करेगा.
यूरोप और अफ्रीका में शाम के समय चंद्रमा के उदय होने पर एक संक्षिप्त आंशिक ग्रहण दिखाई देगा, जबकि अमेरिका में यह पूरी तरह से दिखाई नहीं देगा.
2025 का दूसरा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा
मार्च में हुए पिछले पूर्ण चंद्र ग्रहण के बाद यह इस साल का दूसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और 2022 के बाद पहला होगा. रविवार को नज़र आने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण का यह दृश्य अगले साल होने वाले बहुप्रतीक्षित पूर्ण सूर्य ग्रहण का पूर्वाभास होगा.
12 अगस्त, 2026 को, स्पेन और आइसलैंड के कुछ हिस्सों सहित यूरोप के एक संकीर्ण क्षेत्र में एक दुर्लभ पूर्ण सूर्यग्रहण दिखाई देगा. 2006 के बाद से यह मुख्य भूमि यूरोप में पहला पूर्ण सूर्यग्रहण होगा, हालाँकि अन्य देशों में आंशिक सूर्यग्रहण भी देखने को मिलेंगे.
स्पेन में, यह पूर्ण सूर्यग्रहण मैड्रिड और बार्सिलोना के बीच लगभग 160 किलोमीटर (100 मील) की पट्टी में फैला होगा, हालाँकि दोनों शहरों में यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा.
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