Friday, October 10, 2025

बिहार में बिना सीट शेयरिंग नीतीश कुमार करने लगे सीटों का ऐलान,एनडीए में फंसा सीट शेयरिंग का फार्मूला ?

- Advertisement -

Bihar NDA Seat Sharing : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला उलझता हुआ नजर आ रहा है. सीटों को लेकर एनडीए के घटक दल एलजेपी और हम (HAM) पार्टी के नेता अधिक से अधिक हिस्सा लेने पर अड़े हुए हैं. बीजेपी अपने सहयोगियो के साथ मिलकर इस मुद्दे को सुलझाये, इससे पहले ही नीतीश कुमार ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शुरु कर दी है.

Bihar NDA Seat Sharing : सम्राट चौधरी की मौजूदगी में नीतीश कुमार ने की घोषणा

शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान बक्सर में राजपुर सीट से अपनी पार्टी के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी. जेडीयू ने पूर्व मंत्री संतोष निराला को अपना अपना उम्मीदवार बनाया है. खास बात ये रही कि नीतीश कुमार ने ये घोषणा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की मौजूदगी में की.

एनडीए के घटक दलों में रस्साकशी जारी

बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के घोषणा की तारीख सामने आ रही है, एनडीए के घटक दलों के बीच रस्साकशी बढ़ती जा रही है. बिहार में इस समय एनडीए में पांच दल हैं. बीजेपी (BJP),जेडीयू(JDU) एलजेपी(LJP, R),हम(HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM).

 बिहार में एनडीए में शीट शेयरिंग

नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी किसी भी हाल में बीजेपी से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी.यानी अगर बीजेपी 100 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो जेडीयू भी कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.चिराग पासवान अपनी पार्टी एलजेपी के लिए पहले ही 40 सीटों की डिमांड रख चुके हैं. वहीं HAM पार्टी भी 20 सीटो से कम पर बात करने के लिए तैयार नहीं है.ऐसे में देखा जाये तो बिहार में एनडीए के घटक दल अपनी अपनी मांगों के साथ आमने-सामने खड़े हैं लेकिन अब नीतीश कुमार ने भाजपा के सम्राट चौधरी की मौजूदगी में अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करके सीधे सीधे भाजपा को बडा संदेश दिया है.

जेडीयू ने संतोष निराला को बनाया उम्मीदवार

बक्सर के सुरक्षित राजपुर सीट से जेडीयू ने अनूसूचित जाति के उम्मीदवार संतोष निराला को उम्मीदवार बनाया है. कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने संतोष निराला की तरफ इशारा करते हुए कहा कि “हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं और विकास के कई अहम काम किए हैं. अब यह लोगों का काम है कि वे हमारा समर्थन करें और संतोष निराला को यहां से जिताएं.” संतोष निराला 2020 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के प्रत्याशी विश्वनाथ राम से हार गए थे.

अनुसूचित जाति से आने वाले संतोष निराला जेडीयू का दलित चेहरा माने जाते हैं. दो बार बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं. 2014 से 2017 के बीच वो बिहार  अनुसूचित जाति और जनजाति से जुड़े विभागों को संभाला चुके हैं.संतोष निराला 2017 से 2020 के बीच परिवहन मंत्री भी रहे. ऐसे में एक मजबूत कैंडिडेट के नाम की घोषणा करके सीएम नीतीश कुमार ने अपने सहयोगी बीजेपी को भी सियासी संदेश दे दिए हैं.

नीतीश कुमार की सियासी चाल

बिहार सीएम नीतीश कुमार राजनीति के मंझे खिलाड़ी है. उन्होंने सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हुए बिना ही अपने एक परंपरागत सीट पर उम्मीदार के नाम की घोषणा करके की सियासी संकेत दिये हैं. उन्होंने अपने इस एक कदम से अपनी पार्टी के आश्वस्त कर दिया है कि भले ही सीट बंटवारा न हुआ हो लेकिन जेडीयू अपनी परंपरागत सीटों पर किसी तरह का बदलाव नहीं करेगी.वहीं बीजेपी को भी सियासी संदेश दे दिया है कि जेडीयू सीट बंटवारे का इंतज़ार नहीं करेगी.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news