Bihar election: बिहार में महागठबंधन के एक पोस्टर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर नदारद होने पर बीजेपी को महागठबंधन पर निशाना साधने का मौका मिल गया. खास बात ये थी कि पोस्टर से जहां राहुल तो गायब थे वहीं, पोस्टर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की तस्वीर छाई हुई थी.
Joint PC? But only one picture
Rahul Gandhi & Congress ka “samman chori”
Showed Congress & Rahul his place? pic.twitter.com/BTztFZgvOP
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) October 23, 2025
क्या यह राहुल गांधी को उनकी “औकात” दिखाने की कोशिश है- शहज़ाद पूनावाला
पोस्टर की एक तस्वीर शेयर करते हुए, बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आश्चर्य जताया कि क्या यह राहुल गांधी को उनकी “औकात” दिखाने की कोशिश है. पूनावाला ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए लिखा, “संयुक्त पीसी? लेकिन सिर्फ़ एक तस्वीर. राहुल गांधी और कांग्रेस का “सम्मान चोरी”. कांग्रेस और राहुल को उनकी जगह दिखा दी?”
‘सम्मान चोरी’ का तंज़ , भारतीय चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर एक व्यंग्य था.
Bihar election: कांग्रेस पर भी ‘टिकट चोरी’ के आरोप लग रहे हैं- शहज़ाद पूनावाला
कुछ घंटों बाद, पूनावाला ने एक और पोस्ट शेयर करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पर भी ‘टिकट चोरी’ के आरोप लग रहे हैं. पूनावाला के पोस्ट से ऐसा लगता है कि बिहार में महागठबंधन में सब ठीक है या नहीं, जिसमें कांग्रेस और राजद अन्य दलों के साथ प्रमुख सहयोगी हैं.
So it’s not just “Samman” Respect chori that Congress is grappling with ( Tejaswi pic on joint pc poster and rahul gandhi deleted )
Now Ticket chori allegations hit Congress especially key team of Rahul Gandhi
Earlier congress mla Afaq Alam said how tickets were sold for cash… pic.twitter.com/R27XUyBB2T
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) October 23, 2025
भाजपा प्रवक्ता ने पोस्ट में लिखा, “तो यह सिर्फ़ “सम्मान” चोरी नहीं है जिससे कांग्रेस जूझ रही है (संयुक्त पीसी पोस्टर पर तेजस्वी की तस्वीर और राहुल गांधी की तस्वीर हटा दी गई). अब टिकट चोरी के आरोपों ने कांग्रेस, खासकर राहुल गांधी की प्रमुख टीम को घेर लिया है. इससे पहले कांग्रेस विधायक अफाक आलम ने कहा था कि कैसे पैसे लेकर टिकट बेचे जाते हैं. राजद में भी, मौजूदा विधायक ने यही आरोप लगाया था.”
तकरीबन 11 सीटों पर इंडिया गठबंधन में दोस्ताना लड़ाई देखने को मिल सकती है
सीटों के बंटवारे पर कोई अंतिम फ़ॉर्मूला न होने के कारण, बिहार के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन के सहयोगियों, जिनमें कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दल शामिल हैं, जिनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), भाकपा (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और भाकपा (मार्क्सवादी) या माकपा, और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं, के बीच “दोस्ताना लड़ाई” देखने को मिल सकती है.
कांग्रेस का पलटवार क्या तस्वीर होना नहीं होना ‘प्रासंगिक मुद्दा’ है
विपक्षी गठबंधन में दरार के दावों के बीच, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार को कहा कि महागठबंधन में कोई टकराव नहीं है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “विपक्ष जो चाहे कहे, लेकिन हमारे (महागठबंधन) बीच कभी कोई टकराव नहीं हुआ…क्या यह (पोस्टर में तेजस्वी यादव की तस्वीर) कोई प्रासंगिक मुद्दा है? क्या यह मुद्दा बिहार के युवाओं के लिए कोई मायने रखता है?”
हलांकि ये सच है कि अभी तक, कांग्रेस और राजद, एनडीए के विपरीत, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कोई ठोस सीट-बंटवारे की योजना नहीं बना पाए हैं. बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी बीत चुकी है.