Wednesday, October 22, 2025

Bihar election: 11 सीटों पर होगा इंडिया बनाम इंडिया गठबंधन का मुकाबला, चिराग पासवान का तंज कहा-चुनावों में ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी कोई चीज़ नहीं होती

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Bihar election: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख बीत जाने के बाद भी विपक्षी महागठबंधन या इंडिया ब्लॉक अभी तक सीटों के बंटवारे पर अंतिम रूप से सहमत नहीं बना पाया है. अगर इंडिया ब्लॉक की सभी पार्टियों द्वारा अब तक जारी की गई सूचियों पर नज़र डाले तो अब तक ऐसी 11 सीटें है जहां आगामी चुनावों में ‘दोस्ताना’ मुकाबला देखने को मिलेगा.

बिहार में कौन-कौन है महागठबंधन का हिस्सा

कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वामपंथी दलों, जिनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भाकपा (ML) लिबरेशन और माकपा (CPM) या, और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) शामिल हैं. विपक्षी गुट के भीतर आंतरिक कलह और कथित दरार के बीच बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम 11 विधानसभा सीटों पर ‘दोस्ताना मुकाबला’ देखने को मिलेगा, जहाँ कांग्रेस और आरजेडी, तथा कांग्रेस और भाकपा के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे.

इंडिया बनाम इंडिया ‘दोस्ताना’ लड़ाई

नरकटियागंज:
कांग्रेस के शाश्वत केदार पांडे बनाम आरजेडी के दीपक यादव
वैशाली:
कांग्रेस के संजीव सिंह बनाम आरजेडी के अजय कुशवाहा
राजा पाकर (एससी):
कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी बनाम सीपीआई के मोहित पासवान
बछवाड़ा:
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश दास बनाम सीपीआई के अवधेश कुमार राय
बिहारशरीफ:
कांग्रेस के उमर खान बनाम सीपीआई के शिव प्रसाद यादव
रोसेरा:
कांग्रेस के बीके रवि बनाम सीपीआई के लक्ष्मण पासवान
लालगंज:
आरजेडी की शिवानी शुक्ला बनाम कांग्रेस के आदित्य कुमार राजा
तारापुर:
आरजेडी के अरुण साह बनाम वीआईपी प्रत्याशी सकलदेव बिंद
कहलगांव:
कांग्रेस के प्रवीण सिंह कुशवाह बनाम आरजेडी के रजनीश भारती
चैनपुर:
आरजेडी के बृज किशोर बिंद बनाम वीआईपी के बालगोविंद बिंद
पिपरा:
भाकपा(माले)एल के अनिल कुमार बनाम माकपा के राजमंगल प्रसाद

Bihar election में किस पार्टी ने उतारे कितने उम्मीदवार

बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने 143 उम्मीदवारों की घोषणा की है, कांग्रेस ने 60, भाकपा ने नौ, माकपा ने चार, भाकपा(माले) लिबरेशन ने 20 और वीआईपी ने 15 उम्मीदवारों की घोषणा की है.
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में, 6 और 11 नवंबर को होंगे और चुनाव आयोग 14 नवंबर को नतीजे घोषित करेगा. पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर और दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर थी. लेकिन इंडिया ब्लॉक के अंतिम सीट बंटवारे के फॉर्मूले का अभी भी इंतज़ार है.

हम सबसे बड़ी पार्टी है चुनाव लड़ना हमारा हक़ है-आरजेडी

आरजेडी की बिहार इकाई के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि पार्टी के इंडिया ब्लॉक सहयोगियों को उनकी पार्टी की मजबूरियों को समझना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आरजेडी सबसे ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की हक़दार है क्योंकि वह राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है.
तिवारी ने कहा, “मैं फिर कह रहा हूँ कि इंडिया ब्लॉक के गठबंधन सहयोगियों को हमारी मजबूरियाँ समझनी चाहिए. राजद वह पार्टी है जो सिर्फ़ बिहार और पड़ोसी राज्यों में ही चुनाव लड़ती है… हम अपने सहयोगियों से दक्षिणी या अन्य राज्यों में सीटों की माँग नहीं करते. चूँकि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं, इसलिए हम बिहार में ज़्यादा से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने के हक़दार हैं.”
उन्होंने इंडिया ब्लॉक के अन्य सहयोगियों से उन सीटों से अपने उम्मीदवार वापस लेने की अपील की जहाँ आरजेडी ने पहले ही अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं.

हमने हमेशा गठबंधन धर्म निभाया है-कांग्रेस

इस बीच, बिहार कांग्रेस प्रवक्ता असित तिवारी ने समाचार एजेंसी को बताया कि पार्टी ने हमेशा ‘गठबंधन धर्म’ निभाया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि एक-दो दिन में मामला सुलझ जाएगा.
उन्होंने कहा, “हमने हमेशा गठबंधन धर्म निभाया है… मुझे कहना होगा कि आरजेडी और वामपंथी दलों ने कांग्रेस के अपने उम्मीदवारों की सूची घोषित करने के बाद ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि एक-दो दिन में सब ठीक हो जाएगा.”

चुनावों में ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी कोई चीज़ नहीं होती- चिराग पासवान

इससे पहले सोमवार को, जब राजद ने बिहार चुनाव के लिए सभी 143 उम्मीदवारों की घोषणा की, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने महागठबंधन जितना बड़ा गठबंधन कभी बर्बादी की कगार पर नहीं देखा.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि चुनावों में ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी कोई चीज़ नहीं होती.
भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल पासवान ने कहा, “मैंने अपने जीवन में ऐसा कभी नहीं देखा कि इतना बड़ा गठबंधन टूटने के कगार पर है… अगर महागठबंधन के लोग इस भ्रम में हैं कि वे एक ही सीट से कई उम्मीदवार उतार सकते हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि ‘दोस्ताना लड़ाई’ जैसी कोई चीज नहीं होती… लेकिन अब महागठबंधन ने हमें कई सीटों पर भी वाकओवर दे दिया है, जो हमें चुनौतीपूर्ण लग रही थीं.”

ये भी पढ़ें-बिहार महागठबंधन में लगतार बढ़ रही है रार,पहले सीट शेयरिंग में झमेला,अब साझा कैंपेन पर लटकी तलवार

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