Bhojpuri Star Pawan Singh : बिहार विधानसभा में इस बार भोजपुरी सुपरस्टार का जलवा देखने के लिए मिल सकता है. इसकी वजह ये हैं कि भोजपुरी के मेगा स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह इस बार विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं. सूत्र बता रहे हैं कि पवन सिंह आने वाले दिनो में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
Bhojpuri Star Pawan Singh और मनीष कश्यप की हुई मुलाकात
दरअसल इस इस खबर को हवा तब से मिल गई, जब हाल ही में चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप ने पवन सिंह से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि बीजेपी में शामिल मनीष कश्यप अब बीजेपी छोड़कर जनसुराज में शामिल होने का जुगाड़ कर रहे हैं. मनीष कश्यप और पवन सिंह की मुलाकात के बाद से माना जा रहा है कि अब इन दोनो का जन सुराज में जाना करीब-करीब तय है.
पवन सिंह ने क्यों किया जनसुराज का रुख ?
दरअसल मनीष कश्यप हो या पवन सिंह..दोनो अपने अपने फिल्ड के महारथी है. मनीष कश्यप जहां अपने यूट्यूब के जरिये करोड़ों की फैन फोलोइंग रखते हैं, वहीं भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है. पवन सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के अमिताभ बच्चन माने जाते हैं. लंबे समय से बीजेपी से जुड़े रहे लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने उन्हे उनकी मांगी गई सीट काराकाट की जगह पश्चिंम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया, तब से पवन सिंह का भाजपा के साथ समीकऱण बिगड़ गया .
पवन सिंह ने भाजपा को दिखाई अपनी ताकत
पवन सिंह ने आसनसोल से भाजपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ने से इंकार कर दिया और अपने गृहजिले काराकाट सीट से निर्दलीय ही मैदान में उतर गये. निर्दलीय चुनाव लड़ने के बावजूद पवन सिंह को यहां से पौने तीन लाख के करीब वोट मिले थे. इतना ही नहीं पवन सिंह के मैदान में उतर जाने के कारण भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ रहे उपेंद्र कुशवाहा तीसरे नंबर पर पहुंच गये थे.
लगातार राजनीति में सक्रिय रहे हैं पवन सिंह
2024 का चुनाव हारने के बाद भी पवन सिंह लगातार राजनीतिक गलियारों में घूम रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने वीआरएस लेकर जनसुराज में शामिल हुए आनंद मिश्रा से मुलाकात की थी. जिसके बाद से ही ये बातें होने लगी थी कि पवन सिंह का नया ठिकाना अब जनसुराज पार्टी हो सकती है.
जनसुराज पार्टी के लिए पवन सिंह क्यों है जरुरी ?
वहीं जन सुराज पार्टी की बात करें तो आने वाले विधानसबा चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए जनसुराज को भी मजबूत जनाधार वाले लोकप्रिय चेहरों की तलाश हैं. ऐसे में पवन सिंह, जनसुराज और पीके की पॉलिटिक्स के खांचे में फिट बैठते दिखाई दे रहे हैं.