अयोध्या (उत्तर प्रदेश): अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण कार्य फुल स्वींग में चल रहा है.उम्मीद है इस साल के अंत तक मंदिर का निर्माण कार्य का पहला चरण पूरा कर लिया जायेगा.
एक तरफ विशाल मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है.वहीं मंदिर के अंदर स्थापित किये जाने के लिए जो मूर्ति बन रही है उसे लेकर एक खास जानकारी सामने आई है. ये जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से सामने आई है .

तीन शहरों में बन रही श्रीराम की मूर्तियां
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि रामलला की मूर्ति का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. ये मूर्तियां तीन अलग अलग शहरों मे बनाई जा रही हैं.इसे बनाने वाले शिल्पकार हैं, कर्नाटक के डॉ. गणेश भट्ट, जयपुर के सत्य नारायण पाण्डेय और कर्नाटक के अरुण योगिराज. ये लोग तीन अलग-अलग पत्थरों पर अलग-अलग जगहों पर मूर्तियाँ बना रहे हैं. चंपत राय ने उम्मीद जताई है कि निर्धारित समय के भीतर मूर्तियों को तैयार कर लिया जायेगा.
चंपत राय ने कहा कि मंदिर के लिए मुख्य मूर्ति का निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन बाकी की मूर्तियों के लिए अभी सोचा नहीं गया है. ये बात श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पत्रकारों के बातचीत के दौरान बताई.

तीन चरणों मे हो रहा है मंदिर का निर्माण
आपको बता दें कि श्री राममंदिर के निर्माण का पहला चरण दिसंबर 30 दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्रा ने हाल ही में बताया था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण इसी साल 30 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. मंदिर का निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है और भक्त पहले चरण के पूरा होने के बाद मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. उम्मीद है कि दिसंबर में मंदिर का गर्भगृह खोल दिया जायेगा और पीएम मोदी इस मंदिर का उद्गाटन करेंगे .सरकार ने अभी तक जो टाइमलाइन बनायी है उसके मुताबिक मंदिर का पहला चरण 30 दिसंबर 2023 तक पूरा होगा, दूसरा चरण दिसंबर 2024 तक और तीसरा और अंतिम चरण दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा.
पहले चरण में भूतल पर पांच मंडप का काम पूरा होगा
मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक पहले चरण में अन्य कार्यों के अलावा भूतल पर पांच ‘मंडप’ पूरे किए जाएंगे. पांचों मंडपों के निर्माण में करीब 160 खंभे लगाये गये हैं. इन खंभों पर आइकनोग्राफी (दृश्य चित्र और प्रतीक) का काम पूरा किया जाना जायेगा. मंदिर के निचले हिस्से में भगवान राम का संक्षिप्त विवरण होगा. पहले चरण में मंदिर के अंदर बिजली और अन्य सुविधाओं का काम पूरा किया जयेगा. मुख्य मूर्ति स्थापित हो जाएगी और इस साल के अंत तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.हलांकि पूरी तरह से मंदिर का निर्माण कार्य 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है.
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मंदिर निर्माण की लागत
अयोध्या में बन रहाे श्रीराम मंदिर को भव्य और विशाल बनाने के लिए तकनीक के साथ साथ उम्दा कारीगरी का भी इसेतमाल किया जा रहा है. अनुमान है कि भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के निर्माण में 1400 करोड़ से लेकर 1800 करोड़ तक का खर्च आयेगा.

