प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के तार अब जम्मू कश्मीर से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या के बाद “द सज्जाद मुगल” नाम के ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कुल 31 ट्वीट किए गए. जांच में पता लगा है कि ये सभी ट्वीट जम्मू के पुंछ क्षेत्र से हुए है. खास बात ये है कि विशेष डीजी कानून व्यवस्था के आदेश पर साइबर थाने में इस संबंध में एफ आई आर दर्ज की गई थी. जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि यह सभी ट्वीट पुंछ क्षेत्र से हुआ है. मामले में आगे की छानबीन जारी है .
इस बीच सीबीआई के अफसर अमित कुमार द्वारा अतीक अहमद के पक्ष में बयान दिए जाने की जांच शुरू हो गई है. यह मामला लखनऊ मैं चल रहा है. सीबीआई के अफसर ने राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल को गवाह नहीं माना था. उस के पक्ष में बयान दिया था. जबकि कोर्ट ने यह माना था कि 161 का बयान होना चाहिए.सीबीआई कोर्ट लखनऊ में है. वहां पर ही किया मुकदमा चल रहा है.
अतीक अहमद से जुड़े अलग अलग कई मामलों की का जांच चल रही है.पुलिस अतीक अहमद- अशरफ की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए अभी भी शाइस्ता परवीन और सीसीटीवी में दिखे अन्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम , साबिर और अरमान की तलाश में है . अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हुए आज 25 दिन हो गये हैं लेकिन अभी भी पुलिस के लंबे हाथ शाइस्ता और अन्य आरोपियों तक नहीं पहुंचे हैं. यूपी एसटीएफ और स्पेशल टीम का पूरा ध्यान अब माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ बचे हत्यारों पर लगा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद की मौत के बाद शाइस्ता परवीन गुर्गे साबिर के साथ प्रयागराज में देखी गई थी लेकिन पुख्ता तौर पर अभी भी पुलिस ये पता नहीं लगा पाई है कि शाइस्ता आखिर है कहां ? फिलहाल प्रयागराज कौशांबी के नदी के क्षेत्र में शाइस्ता परवीन और उमेश पाल हत्याकांड में बचे शूटरों की तलाश की जा रही है.
आपको बता दे कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों में अब तक अतीक अहमद , अशरफ प्रयाग राज में,अतीक अमहद का बेटा अशद, उसका वफादार साथी गुलाम झांसी में मारे जा चुके हैं. इसके अलावा आतिक का ड्राइवर अरबाज नेहरु पार्क में और कार मे सवार शूटरों मे से एक विजय चौधरी और उस्मान आरा में पुलिस मुठभेड़ मके दौरान मारे गये