वडोदरा : धोखाधड़ी की कोई सीमा तय नहीं है. इस खबर के बाद आप इस बात को महसूस कर पाएंगे. दरअसल वडोदरा का मयंक तिवारी जो वडोदरा के समा विस्तार में रहता है. मयंक तिवारी ने अपने आप को PMO का अधिकारी बता कर कई लोगोंं को ठग लिया है.
PMO के नाम पर ठगी
वडोदरा के वघोडिया तालुका में आइ पारुल यूनिवर्सिटी के ट्रस्टी से मिलकर मयंक ने अपने आप को PMO से जुड़ा अधिकारी बताया. उसने कहा कि वो पीएमओ PMO में direct strategic advisor है. पारुल यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित शहर की न्यू इरा स्कूल में अपने किसी पहचान वाले के बच्चे के लिए सुविधाओं की माँग के बाद उस पर शक हुआ. जब पता करवाया गया तो मयंक का दावा झूठा निकला कि वो PMO अधिकारी है. स्कूल के प्रशासन ने मयंक तिवारी के ख़िलाफ़ वघोडिया पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मयंक को उसके घर से गिरफ़्तार कर लिया.
शिकायत पर हुई गिरफ्तारी
पारुल यूनिवर्सिटी और न्यू इरा स्कूल वडोदरा में PMO अधिकारी के तौर पर परिचय दे कर उसने अपराध किया है . इस आधार पर उसके ख़िलाफ़ शिकायत रजिस्टर किया है . IPC 406 , 420 और 170 धारा लगाई गई है. फ़िलहाल आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है और उससे पूछताछ चल रही है. उसे रिमांड के लिए कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. अभी तक की पूछताछ से पता चला है कि उसने MCA किया है और घर से ही आइटी सोल्यूशन का काम कर रहा था. इन्फ़र्मेशन टेक्नोलोजी के साथ वह टेकनिकल तौर पर साउंड है.
किरण पटेल के बाद मयंक तिवारी
अभी कुछ महीने पहले ही कश्मीर से भी एक गुजराती किरण पटेल को गिरफ्तार किया गया था जो अपने आप को पीएमओ का अधिकारी बता रहा था. किरण पटेल को तो बाकायदा जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई थी. वो दो महीने से कश्मीर के फाइव स्टार होटल में बतौर सरकारी मेहमान रह रहा था. इसके अलावा उसने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए सेना के महत्वपूर्ण ठिकानों का भी दौरा किया था. बाद में जब उसका भेद खुला तो फिर उसकी गिरफ्तारी हुई लेकिन ये राज अभी भी पता नहीं चल पाया कि आखिर उसे किसके कहने पर किरण पटेल को जेड प्लस सुरक्षा मिली थी.

