Ahemdabad Plane Crash : 260 लोगों की जान ले लेने वाले अहमदाबाद प्लेन क्रैश (AI-171) मामले की उच्चस्तरीय जांच चल रही है. इस जांच में पारदर्शिता के सवाल को लेकर हादसे में मारे गये प्लेन के पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल के पिता पुष्कराज सभरवाल गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे.उन्होंने इस मामले में चल रही जांच की पारदर्शिता और विश्वसनीयता में कमी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने मांग किया है कि इस मामले की जांच न्यायिक निगरानी में स्वतंत्र रुप से करवाई जाए.
Ahemdabad Plane Crash:प्रारंभिक जांच पर उठे है सवाल
याचिकाकर्ता पुष्कराज सभरवाल ने अपनी याचिका में कहा है कि हादसे की प्रारंभिक जांच ही गंभीर रूप से खामियों से भरा है. ये जांच खास तौर से उन पायलटों पर टिका है जो अब अपना बचाव भी नहीं कर सकते .
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स की ओर कैप्टन सुमित सभरवाल के पिता पुष्कराज सभरवाल ये याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में इस बिंदु पर सवाल उठाया है कि AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में हादसे के लिए मानवीय भूल को कारण बताया गया. इस पर हादसे के शिकार पायलटों के परिजनों और पायलट एसोसियेशन का कहना है कि प्रारंभिक जांच में टेक्निकल और ऑपरेशनल पहलुओं को ठीक से परखा नहीं गया.
याचिका में जांच टीम की निष्पक्षता पर सवाल
पायलट एसोसियेशन की याचिका में उच्चस्तरीय जांच समिति के स्ट्रक्चर पर भी आपत्ति जताई गई है. याचिका में कहा गया है कि जांच समिति के ज्यादातर सदस्य डीजीसीए और राज्य विमानन अधिकारियों से जुड़े हुए हैं. ये वही संस्थाएं हैं जिनकी प्रक्रियाएं और निगरानी हादसे को लेकर सवालों को घेरे में हैं.याचिकाकर्ताओं का कहना है कि जांच एजेंसियां खुद अपनी जांच कर रही हैं, जो प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है.