Bihar election: बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के बाद अब यूपी में समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग के बिहार चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने को लेकर सवाल उठाए है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो लोग एसआईआर में सत्यापन में लगाया जाएगा उनकी पहचान उजागर की जाए. अखिलेश ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वो ‘स्वयंसेवक’ सत्ता पक्ष और उनके संगी-साथी से संबंधित किसी भी संगठन, मुख्यालय या शाखा से जुड़े हुए लोग नहीं हैं. उन्होंने पूछा, “जो मतदाता सूची पिछले जून में सही थी, वो इस जून में गलत कैसे हो सकती है.“
SIR में काम करने वाले ‘स्वयंसेवकों’ की पहचान उजागर की जाए-अखिलेश यादव
एक्स पर लिखे एक पोस्ट में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आशंका जताई की बिहार में होने वाली मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में लगाए जाने वाले ‘स्वयंसेवक’ कही किसी पार्टी विशेष से तो नहीं होंगे. अखिलेश यादव ने लिखा, “सबसे पहले उन ‘स्वयंसेवकों’ की पहचान उजागर की जाए जिनको बिहार व बंगाल में मतदाताओं के सत्यापन में लगाने की योजना रची जा रही है. यह सुनिश्चित किया जाए कि वो ‘स्वयंसेवक’ सत्ता पक्ष और उनके संगी-साथी से संबंधित किसी भी संगठन, मुख्यालय या शाखा से जुड़े हुए लोग नहीं हैं. उनके सोशल मीडिया एकाउंट्स की छानबीन करके ये निश्चित किया जाए कि वो किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध लोग नहीं हैं. संदिग्ध स्वयंसेवकों को किसी भी सूरत में इस जालसाज़ी का हिस्सा न बनने दिया जाए, चाहे इसके लिए कोर्ट का दरवाज़ा ही क्यों न खटखटाना पड़े.“
जो मतदाता सूची पिछले जून में सही थी, वो इस जून में गलत कैसे हो सकती है -अखिलेश यादव
वहीं बिहार चुनाव में होने वाली एसआईआर कवायद पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि, “माना कि चुनाव आयोग को मतदाता सूची के पुनर्निरीक्षण का अधिकार है लेकिन ये कहीं नहीं लिखा है और न ही इसका कहीं कोई उदाहरण है कि उसमें आम लोगों को इस तरह ‘स्वयंसेवक’ बनाया जाएगा. जो मतदाता सूची पिछले जून में सही थी, वो इस जून में गलत कैसे हो सकती है. सत्तापक्ष हार के डर से ऐसा कर रहा है लेकिन बिहार, प. बंगाल और कल को उप्र में इस चालबाज़ी से भले कुछ वोट कम हो जाएं लेकिन भाजपा हारेगी और हमेशा के लिए हारेगी। पराजय का डर ही षड्यंत्र रचता है. निंदनीय कृत्य!”
सबसे पहले उन ‘स्वयंसेवकों’ की पहचान उजागर की जाए जिनको बिहार व बंगाल में मतदाताओं के सत्यापन में लगाने की योजना रची जा रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि वो ‘स्वयंसेवक’ सत्ता पक्ष और उनके संगी-साथी से संबंधित किसी भी संगठन, मुख्यालय या शाखा से जुड़े हुए लोग नहीं हैं। उनके सोशल…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 30, 2025
Bihar election, एसआईआर का असली लक्ष्य बंगाल है- तृणमूल कांग्रेस
अखिलेश यादव से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि विशेष गहन संशोधन एनआरसी को पिछले दरवाजे से लाने के लिए चुनाव आयोग का “भयावह कदम” है.
टीएमसी की राज्यसभा सांसद सागरिका घोष ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल इस कवायद का “असली लक्ष्य” है. उन्होंने कहा, “26 जून को चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि बिहार विधानसभा चुनावों के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण किया जाएगा, लेकिन असली लक्ष्य बंगाल है.”
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