Wednesday, October 15, 2025

कोरोना से मरने के डर से एक मां 8 साल के बच्चे के साथ 3 साल तक अपने ही घर रही कैद

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गुरुग्राम: दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.कोरोना से एक मां इतनी डर गई कि उसने 3 साल तक ना खुद बाहर निकली और ना अपने बच्चे को बाहर आने दिया. 3 साल तक पति को भी घर में घुसने नहीं दिया.जब गुरुग्राम पुलिस को इसकी सूचना मिली तो गुरुग्राम पुलिस,स्वास्थ्य विभाग,चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ने मिलकर मां बेटे को रेस्क्यू किया.

घर का हालत देखकर पुलिस भी हैरान

जब गुड़गांव पुलिस मां बेटे को रेस्क्यू करने मारुती विहार पहुंची तो घर की हालत देखकर हैरान रह गयी. घर में चारो तरफ खाने के पैकेट्स पड़े थे,कटे हुए बाल बिखरे थे. दीवार पर बच्चे ने चित्र बनाये हुए थे. पूरा कमरा एक कबाड़खाने की तरह लग रहा था.

तीन साल तक मां-बेटे रहे अपने ही घर में कैद

दरअसल जब कोरोना वायरस ने भारत में दस्तक दी तब ये महिला कोरोना वायरस से इतनी घबरा गई कि उसने खुद को और अपने 8 साल के बेटे को अपने ही घर में बंद कर लिया.इतना ही नहीं पिछले 3 साल से इन मां-बेटे ने सूरज की एक किरण भी नहीं देखी. 8 साल का मासूम 3 साल तक दुनिया से बिल्कुल कटा हुआ था .इतना ही नहीं कोरोना से घबराई हुई महिला ने निजी कम्पनी में काम करने वाले अपने पति को भी मकान में 3 साल तक घुसने तक नहीं दिया.

अपने ही घर के बगल में किराये पर रहा पति

महिला का पति इसी मकान के बगल में किराए का मकान लेकर रहने लगा और अपनी बीवी बेटे के लिए खाने का सामान उनके दरवाजे पर छोड़ देता था. माँ को पैसे ट्रांसफर कर देता था . हालांकि रोजाना यह व्यक्ति अपने बेटे से मोबाइल पर वीडियो कॉल करके बात करता लेकिन 3 साल तक एक पिता अपने बेटे से मिलने के लिए तरसता रहा.  महिला का यह मानना था कि अगर वह अपने घर से बाहर निकलेगी तो वो और उसका बेटा कोरोना वायरस से मर जाएयेंगे. इसीलिए उसने खुद को और अपने बेटे को कमरे में कैद कर लिया.

इस पूरे मामले की जानकारी जब गुरुग्राम पुलिस को महिला के पति ने दी तो पुलिस ने पहले इसको मियां बीवी का झगड़ा समझते हुए गंभीरता से नहीं लिया लेकिन जब व्यक्ति ने अपने बेटे से वीडियो कॉल करा कर पुलिस से बात कराई तो गुरुग्राम पुलिस के भी होश उड़ गए क्योंकि बच्चे के बाल बहुत लंबे हो रखे थे और उनकी हालत बड़ी ही दयनीय थी. पुलिस कर्मचारियों ने अपने अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी और जिसके बाद गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन डॉक्टर्स की टीम चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीमें सब ने मिलकर बच्चे और महिला का रेस्क्यू करने का प्लान बनाया लेकिन सोमवार शाम जब ये टीम बच्चे और महिला का रेस्क्यू करने मारुति विहार के इस मकान में पहुंचे तो महिला ने टीम को धमकी दी कि अगर किसी ने अंदर आने की जबरदस्ती की तो वह खुद भी फांसी लगा लेगी और बच्चे को भी जान से मार देगी

 पुलिस के आश्वासन के बाद महिला कमरे से बाहर आई

महिला की धमकी के बाद सभी टीमें वहां से वापस आ गई लेकिन फोन पर महिला को आश्वासन दिया गया कि अगर आपका पति आपको परेशान करता है तो हम उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. आप पुलिस थाने में आकर इसकी शिकायत दीजिए. इस आश्वासन पर मंगलवार को महिला गुरुग्राम पुलिस स्टेशन पहुंची, जिसके बाद महिला को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया . उसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने बच्चे के पिता के साथ मिलकर बच्चे को मकान से बाहर निकाला और उसको डॉक्टर्स की निगरानी में अस्पताल भिजवाया गया . डॉक्टर्स की टीम ने महिला की मनोवैज्ञानिक स्थिति जानने के लिए उसको अस्पताल में भर्ती कराया है. साथ ही महिला की काउंसलिंग भी कराई जा रही है.

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