Pakistani Army Convoy Attack: शनिवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में हुए आत्मघाती हमले में 13 सैनिकों के मारे जाने की खबर है. उत्तरी वजीरिस्तान में हुआ इस हमले में एक सैन्य काफिले को निशाना बनाया गया.
13 सैनिकों की मौत, 10 सैनिक और 19 नागरिक घायल
एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सैन्य काफिले में घुसा दिया, जिसमें 13 सैनिकों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए, साथ ही 19 नागरिक भी घायल हो गए.
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर संवाददाताओं से कहा, “एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी गाड़ी को सैन्य काफिले में घुसा दिया. विस्फोट में 13 सैनिक मारे गए, 10 सैन्यकर्मी और 19 नागरिक घायल हो गए.” अधिकारी का कहना था कि उन्हें मीडिया से बात करने का अधिकार नहीं था. हलांकि उन्होंने आगे बताया कि विस्फोट से आस-पास के घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
Pakistani Army Convoy Attack, दो घरों की छतें भी गिरी, 6 बच्चे घायल
खैबर पख्तूनख्वा में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया, “विस्फोट के कारण दो घरों की छतें भी गिर गईं, जिससे छह बच्चे घायल हो गए.” अभी तक किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इस क्षेत्र में अक्सर अशांति और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा हमले देखे गए हैं. यह आत्मघाती हमला पाकिस्तान भर में, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान क्षेत्रों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बीच हुआ है.
पाकिस्तान में आतंकवाद हमलों से संबंधित मौतों में 45% की वृद्धि दर्ज की गई है
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल मार्च में, पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि उसने टीटीपी से जुड़े संदिग्ध 10 आतंकवादियों को मार गिराया है, जब एक आत्मघाती हमलावर ने दक्षिण वजीरिस्तान में जंडोला चेकपोस्ट के पास फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप को निशाना बनाया था.
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकवादियों ने मार्च में गुडलार और पीरू कुनरी के पास जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन पर हमला किया, जिसमें 21 यात्री और चार अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए.
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2025 के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवाद से संबंधित मौतों में 45% की वृद्धि दर्ज की गई, जो 2023 में 748 से बढ़कर 2024 में 1,081 हो गई – जिससे यह आतंकवादी मौतों के मामले में विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर आ गया.