पटना , BPSC Paper Leak : बिहार में एक बार फिर से बीपीएससी द्वारा आयोजित बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया. 15 मार्च को TRE 3 के तहत आयोजित भर्ती परीक्षा के एक दिन पहले ही पेपर लीक हो चुका था. मामला का पता चलते ही आर्थिक अपराध शाखा(EOU) ने गिरोह की छानबीन शुरु की और एक बड़े रौकेट का खुलासा हुआ. पता चला कि पेपर लीक गैंग ने 270 परीक्षार्थियों को एक दिन पहले ही प्रश्नपत्र मुहैय्या करा दिया था.BPSC Paper Leak के पांच सरगनाओं की गिरफ्तारी झारखंड से हुई और तब तो जानकारी सामने आई वो होश उड़ा देने वाली थी. अब परीक्षार्थी बिहार सरकार से मांग कर रहे है कि 15 मार्च को जो परीक्षा हुई उसे तत्काल रद्द किया जाये और नये सिरे से परीक्षा ली जाये. वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसे माफियाराज का नाम दिया है. .अपने शासन काल का उदाहऱण देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके 17 महीने के शासन काल में कोई पेपर लीक नहीं हुआ.
भाजपा-जदयू का माफिया राज!
एडमिट कार्ड के पीछे ही पूरा answer sheet ही प्रिंट कर दिया गया!यह दिखाता है कि पूरा सिस्टम ही सड़ गया है। ऊपर से नीचे तक सभी #BPSC पेपर लीक कांड में लिप्त हैं। pic.twitter.com/IyfUq6HCId
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 17, 2024
BPSC Paper Leak गैंग का कमाल,स्कॉर्पियों में भरकर गये थे झारखंड
गैंग के सरगनाओं तक पहुंचने के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने बिहार से लेकर झारखंड तक छापेमारी की. छानबीन के दौरान जो जानकारी सामने आई वो बेहद चौंकाने वाली थी. बिहार से शिक्षक परीक्षा अभ्यर्थियो को ये गैंग स्कॉर्पियो कारों में बिठाकर झारखंड के हजारीबाग लेकर आये और यहां के कई होटलों मे बाकायदा उसके लिए खास व्यवस्था की गई थी. 270 से तीन सौ शिक्षक अभ्यर्थियों को कुर्रा, पदमा और बरही के होटलों में रखा गया था और बाकायदा प्रोजेक्टर्स लगाकर उन्हे प्रश्नों के उत्तर रटाये जा रहे थे. आर्थिक अपराध यूनिट की छापेमारी में ये खुलासा सामने आया .
परीक्षा के दो दिन पहले ही पेपर लीक की मिली थी टिप
इस पेपर लीक के बारे में बिहार पुलिस ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक पुलिस को 13 मार्च को ही खबर मिली थी कि एक गिरोह शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए पश्नपत्र और उत्तर मुहैय्या कराने के लिए 10-10 लाख रुपये की रकम ले रहा है. फिर विभाग ने टीम एक स्पेशल टीम बनाई और छापेमारी शुरु की. पटना के करबिगहिया से पेपर लीक गिरोह का एक सदस्य एक अभ्यर्थी के साथ पकड़ा गया. पुलिस को इन दोनों के पास से परीक्षा से संबधित कई दस्तावेज मिले.
15 मार्च को शिक्षक भर्ती के लिए हुई थी परीक्षा
आपको बता दें कि बिहार में बीपीएससी द्वारा शिक्षकों की भर्ती के लिए बीते शुक्रवार यानी 15 मार्च को राज्य के 26 जिलों में 415 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित क गई थी, जिसमें कुल मिलकर 80 प्रतिशत छात्रोंकी उपस्थिति रही थी.
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रद्द हो सकती है 15 मार्च की परीक्षा !
पेपर लीक गिरोह के उद्भभेदन से पूरे पुलिस महकमे और बीपीएसी में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस पेपर लीक मामले के आरोपियों तक पहुंचने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है. दूसरी तरफ अभ्यर्थियों का भी दवाब है कि परीक्षा को रद्द किया जाये और फिर से इसकी परीक्षा ली जाये. जांच में जिस तरह के तथ्य निकल कर आ रहे हैं, इस देखते हुए माना जा रहा है कि आयोग 15 मार्च को हुई परीक्षा को रद्द कर सकता है, हालांकि बीपीएससी की तऱफ से अबी ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.