Bijnor news: तीन लोगों का हत्यारा, आदमखोर तेंदुए को बिजनौर में वन विभाग ने आखिरकार कैद कर लिया. वन विभाग के उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) ज्ञान सिंह ने बताया कि जानवर को पकड़ने के लिए अलग-अलग जगहों पर 16 पिंजरे लगाए गए थे और आखिरकार बुधवार को वह पिंजरे में चला कैद हो गया. सिंह ने कहा, “उसे गोरखपुर चिड़ियाघर ले जाने की व्यवस्था की जा रही है.”
Bijnor news: पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ
वन विभाग और वन्यजीव विशेषज्ञों ने बुधवार को आखिरकार आदमखोर तेंदुए को पिंजरे में कैद करने में सफलता हासिल कर ली, जिसने एक महीने के भीतर बिजनौर जिले के चांदपुर के पिलाना गांव और पास के जलालपुर हसना गांव के जंगलों में एक महिला और एक किशोरी समेत तीन लोगों को मार डाला था.
23 अगस्त को पहली बार खाया था इंसान का मास
वन विभाग और वन्यजीव विशेषज्ञों की कई टीमें पिछले एक महीने से इस नरभक्षी को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही थीं. 23 अगस्त को जलालपुर हसना में एक किसान को मार डालने और उसके चेहरे और गर्दन का मांस खाने के बाद से उन्होंने अपने प्रयास और तेज कर दिए थे.
इससे पहले पिलाना के जंगल में चारा लेने गई एक किशोरी और एक महिला को भी तेंदुए ने मार डाला था, लेकिन वह उनका मांस नहीं खा पाया था. ये घटना दिनदहाड़े हुई और आसपास के खेतों में काम करने वाले लोग महिलाओं की चीखें सुनकर मौके पर पहुंच गए थे.
बिजनौर में वन विभाग के उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) ज्ञान सिंह ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए अलग-अलग स्थानों पर 16 पिंजरे लगाए गए थे और आखिरकार बुधवार को वह पिंजरे में कैद हो गया.
पकड़े गए तेंदुए के निचले कैनाइन घिसे हुए पाए गए
सिंह ने कहा, “इसे गोरखपुर चिड़ियाघर में शिफ्ट करने की व्यवस्था की जा रही है.” उन्होंने दावा किया कि पकड़े गए तेंदुए के रोसेट (त्वचा पर निशान) ट्रैप कैमरों में कैद जानवर की तस्वीरों से मेल खाते हैं. इसके अलावा, उसके निचले कैनाइन घिसे हुए पाए गए, जिससे शायद वह नरभक्षी हो गया हो. गौरतलब है कि तेंदुआ और अन्य शिकारी जानवर जानवरों को मारने के लिए इन दांतों का इस्तेमाल करते हैं. अगर ये दांत टूट जाते हैं, तो जानवरों का शिकार करना उनके लिए मुश्किल हो जाता है और इंसान आसान शिकार बन जाते हैं. सिंह ने कहा, “यह 7 से 8 साल का परिपक्व जानवर है जिसका वजन 80 किलोग्राम से अधिक है.” मुरादाबाद डिवीजन के वन संरक्षक रमेश चंद्र ने कहा, “पकड़े जाने से एक दिन पहले रात में पिंजरे के पास इसकी हरकत तीन बार देखी गई थी. इसके ट्रैक पर पिंजरे को फिर से लगाया गया और यह एक पिंजरे में फंस गया.”
पिछले साल से अबकर तेंदुए ने ली 23 लोगों की जान
जिले के कई इलाकों में लोग लगातार तेंदुए के डर में जी रहे हैं क्योंकि फरवरी 2023 से अब तक तेंदुए ने 23 लोगों की जान ले ली है और 20 से अधिक को घायल कर दिया है. पिछले एक महीने से पिलाना, सिसौना, कराल, पीपलसाना, कुलचाना, चेहला जलालपुर भूड़ आदि इलाकों में तेंदुए के घूमने की खबर चल रही थी और लोग उसे तुरंत पकड़ने की मांग कर रहे थे.
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