रक्सौल : शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराबियों से पुलिस परेशान है. आये दिन शराबियों की गिरफ्तारी हो रही है. कई शराब धंधेबाज वाले लोग कानूनी शिंकजे में आ गए है. इस बीच रक्सौल Raxaul से एक ऐसी घटना सामने आयी है. जिसे जानकर आप भी हैरान हो जायेंगे.
Raxaul में पकड़े गए शराबी
दरअसल, रक्सौल Raxaul में पकड़े गए शराबियों को गिरफ्तार करने के तरीकों पर सवाल उठे हैं. अस्पताल में मेडिकल टीम द्वारा कागज की कुप्पी बनाकर उसमें फूंकने और फिर उस कुप्पी को सूंघने का मामला सामने आया है. वहीं पकडे गए शराबियों को हथकड़ी पहनाकर रक्सौल अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया. इसमें 9 लोगों को शराब सेवन की पुष्टि के बाद जेल भेजा गया.

Raxaul पुलिस के पास नहीं है ब्रेथ एनालाइजर
यह घटना 30 अक्टूबर की है. अस्पताल में जहां ब्रेथ एनालाइजर न होने के कारण देसी जुगाड़ तकनीक के द्वारा शराबियों की जांच की है. इसमें शराब की मात्रा की समझ दूर दूर तक नहीं आ सकती, क्यूंकि इसे लेकर ब्लड सैंपल जांच जरूरी है. जो कि मुज़फ्फरपुर लैब में संभव है. इस संबंध में जब अनुमंडलीय अस्पताल के डॉ राजीव रंजन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर या शराब की पुष्टि करने के लिए हमारा पास मशीन उपलब्ध नहीं है. वहीं दूसरी तरफ रक्सौल पुलिस ने बताया कि अस्पताल में ब्रेथ एनालाइजर की मशीन खराब हो गयी है.
बता दें कि जब आप नेपाल से भारत की ओर भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो 500 गज़ की दूरी पर मध निषेध विभाग का आबकारी थाना है. जहां निरीक्षक रैंक के अधिकारी पदस्थ हैं. वहां से आगे बाटा चौक लगभग 100 गज की दूरी पर है, जहां पुलिस हमेशा घूमती रहती है. इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में कागज के कूपे से शराबियो की जांच के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गयी है.