सीतामढ़ी : सीतामढ़ी के 5 मजदूर जॉर्डन Jordan laborer में फंस गये हैं.सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें मजदूर Jordan laborer गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं कि भारत सरकार उनकी मदद करे और उन्हें स्वदेश वापस लाया जाये.
जार्डन में फंसे भारत के मजदूरों की सरकार से गुहार , मदद करें सरकार… मालिक ने पैसे नहीं दिया, अब पराये देश में भूखों मरने की नौबत आई #Bihar #BiharNews @MEAIndia pic.twitter.com/TJtFCCPBM4
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) January 5, 2024
काम करने के बाद पैसा नहीं मिला, भूखों मरने की आई नौबत
काम कराने के बाद कंपनी ने पैसा नहीं दिया. अब भारत लौटने के लिए उनके पास पैसे नहीं है. वतन वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकार से सभी मजदूर गुहार लगा रहे हैं. सरकार से मदद की गुहार लगाते एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मजदूर रोते वतन लौटने की इच्छा जता रहे हैं . इन मजदूरों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इन्हें वहां ना तो खाना मिल रहा है और ना ही पानी ही नसीब हो रहा है.
जार्डन में फंसे हैं 120 मजदूर, इसमें बिहार बंगाल नेपाल के लोग
जॉर्डन में फंसे मजदूरों में सीतामढ़ी के बथनाहा गांव का जुनैद बैठा भी वहां फंसा हुआ है. उसने बताया कि दो महीने से कंपनी बंद है और वह मजदूरों को वापस इंडिया नहीं भेज रहा है. मजदूरों से काम कराने के बाद एक भी पैसा नहीं दिया है. जिसके कारण उनके सामने भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. ये लोग वहां बिना खाए पीये समय काट रहे हैं. जॉर्डन में 120 भारतीय मजदूर फंसे हुए हैं औऱ सभी वापस अपने घर आना चाहते हैं . यहां केवल बिहार के ही नहीं बल्कि बंगाल और नेपाल के भी मजूदर फंसे हुए हैं.
वतन वापसी के लिए मजदूरों की गुहार
मजदूरों का कहना है कि एक तो उनके पास पैसा नहीं है, दूसरा अब लोकल पुलिस उन पर कहर ढ़ा रही है. मजदूरों की पिटाई की जा रही है. ये सब वापस अपने देश भारत लौटना चाहते हैं. मजदूरों का कहना है कि भारतीय दूतावास से संपर्क करने पर भी उन्हें कोई सहायता नहीं मिल पा रही है. मजदूरों की सरकार से गुहार है कि उन्हें भारत सकुशल बुला लिया जाए.
जॉर्डन ले जाकर मरने के लिए छोड़ा, ना मालिक पूछता है ना ही दूतावास से मिल रही है मदद, जॉर्डन की सड़क पर भारत के मजदूर pic.twitter.com/IYhJ1c6KVj
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सीतमढ़ी के पांच लोग भी इन मजदूरो में शामिल
जो लोग सीतामढ़ी के जॉर्डन में फंसे हैं उनमें सुप्पी प्रखंड के बभनगामा रामनगर निवासी मोहम्मद कुर्बान 16 फरवरी 2022 को जॉर्डन गये थे. वही राजेश कुमार 28 अगस्त 2021 को, राजू कुमार 15 अगस्त 2023 को जॉर्डन गये थे. मोहम्मद जाकिर 30 अक्टूबर 2019 को जॉर्डन गये थे.
सीतामढ़ी के मजदूरों ने जॉर्डन से जो वीडियो भेजा है, उसमे ये लोग कह रहाे हैं कि हम लोग यहां भूखे मर रहे हैं,कोई पूछने नहीं आता है. कंपनी का मालिक भी हाल देखने नहीं आता है. हर रोज रोड पर आकर खड़े हो जाते हैं. ना खाना मिलता है और ना पीने के लिए पानी ही मिलता है. हम लोगों को भारत बुलाने की कोशिश की जाए. हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं सरकार हमलोगों की मदद की जाए. घर जाने के लिए तड़प रहे हैं हमलोगों को यहां कोई देखने वाला नहीं है.
इन मजदूरो ने ये वीडियो भेजकर सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है.वहीं अपने लोगों को तकलीफ में देखकर उनके परिजन परेशान है औऱ सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.