पटना। ड्रग्स तस्करों ने शहर में नेटवर्क बिछा रखा है। स्मैक और ड्रग्स कभी पकड़े भी गए तो पुलिस तस्करों तक नहीं पहुंच सकी। राजधानी से लेकर ग्रामीण इलाके में नशे की पड़िया आराम से पहुंच रही हैं। बीते कुछ महीने में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में यदा कदा पुलिस को स्मैक की पुड़िया के साथ कैरियर हाथ लगे भी लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
मौके पर हुई दो चार गिरफ्तारी और कुछ ग्राम स्मैक बरामदगी तक की पुलिस की कार्रवाई सिमट कर रही गई। पुलिस बड़ी मछली तक नहीं पहुंच पा रही और दूसरी तरफ इसका फायदा उठा रहे तस्कर अपना दायरा बढ़ाते जा रहे।
सितंबर 2023 में कंकड़बाग थाने की पुलिस ने 590 ग्राम स्मैक के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 88 हजार रुपये और कार भी बरामद की गयी थी। इसमें एक फतुहा और दो वैशाली के रहने वाले थे। दिसंबर 2023 में रामकृष्णा नगर से सात लोगों को पांच सौ ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा गया था।
सभी आरोपित चेन का हिस्सा थे। अक्टूबर 2024 में बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद बांध पर दो तस्करों 252 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसी वर्ष मार्च माह में भोजपुर में हुई 25 करोड़ की लूट हुई। पटना-आरा सीमा पर जांच बढ़ाई गई। तभी परेव पुल के पास बाइक पर सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। उन्हें दबोचा गया तो उनके पास से 500 ग्राम स्मैक बरामद हुई।
स्मैक की सप्लाई किसके इशारे पर की जा रही थी? कहां से की जा रही है? कहां डंप किया गया है? इस नेटवर्क से कौन लोग जुड़े है? बरामद स्मैक किसे पहुंचानी थी या इसकी सप्लाई कहां होनी थी? इसकी जांच जांच वहीं अटक गई, जहां से शुरू हुई थी।
युवा टारगेट, झोपड़पट्टी के आसपास बिक्री
स्मैक की खेप पटना में मंगाकर उसे नाबालिगों से पत्रकार नगर, आरके नगर, पीरबहोर, कदमकुआं, कंकड़बाग, जक्कनपुर, गर्दनीबाग सहित अन्य इलाकों में पुड़िया में बेचा जा रहा है। पूर्व में कंकड़बाग थाना गेट के पास झोपड़ी से महिला को गिरफ्तार किया गया था। बुद्धा कालोनी में भी पुड़िया बेचने वाले दंपति को पकड़ा गया, लेकिन इनके पास से वह पुड़िया कहां से आ रहे थे? वह किन लोगों के संपर्क में थे? इसकी तह तक जाने की पुलिस जरूरत नहीं समझी। प्रत्येक पुड़िया पर कमीशन पर दिया जाता। यह गिरोह गिरोह युवाओं को टारगेट करता था।
कहीं जा रही जान, तबाह हो रहा परिवार
नशे की ओवरडोज से कई युवाओं की जान तक चली गई। हाल के दिनों में इस तरह के कई मामले भी सामने आ चुके हैं। शव मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां से इंजेक्शन या नशीली चीज मिली। कुछ दिन पूर्व दानापुर में एक युवक का शव बरामद हुआ। पुलिस पहुंची तो उसकी जेब में नशीली चीज मिली। आशंका जताई कि नशे की आवेरडोज से उसकी मौत हुई है।
अपैल में दानापुर में एक जर्जर मकान परिसर में युवक का शव मिला। मौके पर नशे का इंजेक्शन गिरा हुआ था। फुलवारीशरीफ में एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस की मानें तो स्वजन द्वारा मृतक के नशे का सेवन करने की बात भी बताई गई। सितंबर 2023 में आलमगंज में एक नशेड़ी युवक ने अपनी ही मां की हत्या कर दी। दिसंबर 2023 में बकाया दस हजार रुपये वापस नहीं लौटाने पर 21 वर्षीष युवक को नशे की ओवरडोज दे दी, जिससे उसकी मौत हो गई।