ब्यूरो रिपोर्ट,दरभंगा : Darbhanga जिले में रातों रात एक तालाब की चोरी का मामला थमा भी नहीं था कि एक और तालाब गायब होने की खबर ने प्रशासन की नींद उड़ा कर रख दी है. ताजा मामला दरभंगा शहर के मिर्गियास चक स्थित मन पोखर है. जो सरकारी खाते में कैसरे हिन्द के नाम से दर्ज है. कानून के हिसाब से इसे ना तो कोई बेच सकता है और ना ही इसे कोई खरीद सकता है. उसके बावजूद भू-माफिया ने सरकारी तंत्र की मिलीभगत से 65 एकड़ में फैले तालाब को भरकर बेच रहे है. जब इस बात की शिकायत लेकर तालाब बचाओ अभियान के सदस्यों ने जिलाधिकारी से की, तो अपराधियों ने घर मे घुसकर जान से मारने की कोशिश की,लेकिन किस्मत अच्छी रही कि उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नही हुआ.
दरअसल, मन पोखर के नाम से चर्चित यह जलाशय पूर्व में बागमती नदी का फूटी हुई एक धारा थी. जिसे स्थानीय लोग तीन नाम मन पोखर, धोबिया पोखर तथा कोयला मन पोखर के नाम से जानते है. यह मन पोखर दरभंगा के महेशपट्टी से शुरू होकर दुमदुमा होते हुए गिदड़गंज तक जाता है. 65 एकड़ में फैला यह तालाब सरकारी दस्तावेजों में कैसर ए हिन्द के नाम से अंकित है. लेकिन सरकारी तंत्र के उपेक्षा के कारण धीरे-धीरे इस तालाब का पानी गंदा होने लगा. जिसका फायदा उठाते हुए भू-माफिया ने इसे भर कर सरकारी तंत्र की मदद से बेचना शुरू कर दिया. आज मन पोखर के कई हिस्से में कंक्रीट के बड़े- बड़े मकान खड़े होने लगे है.
Darbhanga : अधिकारियों से लगाई सुरक्षा की गुहार
इस बारे में तालाब बचाओ अभियान के सदस्य मो. तासीम ने बताया कि 8 जनवरी को भू-माफिया के द्वारा मन पोखर को भरकर बेचने की शिकायत जिलाधिकारी से बताया. शिकायत के ठीक 48 घंटे बाद उनपर बदमाशो के द्वारा जानलेवा हमला हुआ. वही तासीम ने शंका जताया कि कहीं भू-माफिया उनकी हत्या ना करा दे. जिसे लेकर उन्होंने दरभंगा के वरीय अधिकारियों से मुलाकात कर जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार सदर और बहादुरपुर अंचल कार्यालय में शिकायत की है तासीम ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में कुछ लोगों का नाम अंकित करते हुए कहा है कि नामजद लोगों में प्रभावशाली व्यक्ति है. जिनका प्रशासन के अंदर अच्छा पैठ है. जिसका परिणाम है कि तालाब को चोरी छिपे बेचकर उसपर भवन का निर्माण करवाया जा रहा है.
अभियान चलाकर की जाएगी कार्यवाही
दरभंगा जिलाधिकारी राजीव रौशन से जब इसबारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा जहां तक लोक भूमि के अतिक्रमण का प्रश्न है. इस संदर्भ मे माननीय उच्च न्यायालय का भी आदेश एकदम स्पष्ट है. सार्वजनिक तालाब-पोखर को कोई भी भरेगा तो उसे लोक भूमि अतिक्रमण अधिनियम के तहत अभियान चलाकर कार्यवाही होगी. बिहार सरकार जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत तालाब पोखर को प्राथमिकता के साथ अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए संकल्पित है. जहां तक मन पोखर के आवेदक के साथ मारपीट की बात है. इस संदर्भ में थाने में प्राथमिकी दर्ज कर दरभंगा पुलिस के द्वारा उस पर कार्यवाही की जा रही है.
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इस संदर्भ में दरभंगा सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि हमला वाले मामले में कार्यवाही हुई है. अपराधियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है. इस घटना क्रम के दौरान अपराधी दो बाइक मौके पर छोड़कर भागे थे. उसको सीज कर थाने पर लाया गया है. बाइक की डिटेल निकालकर इसकी अग्रतर कार्यवाही की जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि सरकारी ज़मीन या फिर पोखर का अतिक्रमण का मामला सामने आता है तो उस पर सख्त कारवाई की जाती है. हाल में ही विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के नीम पोखर के पास तालाब भरने का मामला प्रकाश में आया था. जिसमे जिला प्रशासन ने कारवाई करते हुए तालाब को पुराने स्वरूप में लाने का काम किया है.