Bihar Maoist Attack: रविवार शाम को बिहार पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की दृढ़ कार्रवाई कमांडो बटालियन (कोबरा) ने राज्य के दक्षिण-पूर्वी जंगलों में एक बड़े माओवादी हमले को विफल कर दिया. सुरक्षा बलों के खिलाफ रची बड़ी साजिश नाकाम कर दी.
औरंगाबाद जिले के पहाड़ी वन क्षेत्रों में चलाया अभियान
सीआरपीएफ की 205 कोबरा बटालियन और पुलिस ने औरंगाबाद जिले के पहाड़ी वन क्षेत्रों में माओवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाते समय 50 शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए.
नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में पचरुखिया पहाड़ी और गोबरदह गांव के पास से आईईडी बरामद की गई. पहाड़ी पर और जंगलों में गोबरदह गांव के पास माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद अभियान शुरू हुआ.
एसपी ने दी अभियान की जानकारी
औरंगाबाद एसपी अंबरीश राहुल ने सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ) अमित कुमार और 205 कोबरा के असिस्टेंट कमांडेंट उपेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में तलाशी अभियान के लिए एक टीम बनाई. टीम ने तलाशी मार्ग पर लगाए गए तीन शक्तिशाली प्रेशर आईईडी बरामद किए, जबकि एक गुफा में 47 केन आईईडी मिले. एसडीपीओ कुमार ने बताया कि विशेषज्ञों ने जंगल में निर्धारित बिंदुओं पर आईईडी को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया.
Bihar Maoist Attack: सुरक्षा बलों पर हमला करना था उद्देशय
एक अधिकारी ने कहा, “आईईडी का उद्देश्य संभवतः सिलसिलेवार विस्फोटों के जरिए सुरक्षा बलों पर हमला करना और झारखंड के घने पहाड़ी वन क्षेत्र से लगे इलाके में चल रहे तलाशी अभियान को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करना था, जिसे माओवादियों के सुरक्षित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है.”