26 जनवरी को लेकर जहाँ एक तरफ गणतंत्र दिवस की तैयारी जोरो शोरों से चल रही है . वहीं दूसरी तरफ आतंकी खतरे को लेकर दिल्ली पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है. इसी खतरे को जड़ से उखाड़ने में लगी दिल्ली की स्पेशल पुलिस दिन रात आतंकियों की तलाश में लगी है . जी हाँ आतंकी गिरोह के कुछ लोग पहले ही जहाँगीर पूरी से गिरफ्तार किये जा चुके हैं . इस मामले में चार और संदिग्ध आतंकियों के छिपे होने की खबर पुलिस को मिली है.
आतंकियों के मोडयूल को लेकर बड़े खुलासे
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं ने ड्राप डेड मेथड का इस्तेमाल कर उन आतंकियों तक हथियार पहुँचाये थे. बॉर्डर पर बैठे इनके आकाओं ने सिग्नल ऐप पर पहले निर्देश भेजे, इसके बाद गूगल मैप के जरिये हथियार से भरे बैग की लोकेशन शेयर की. सूत्रों का कहना है कि आतंकियो के इस मॉड्यूल में करीब 8 लोग शामिल है. जिनमें से 4 अभी भी भारत मे ही मौजूद हो सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक 2 आतंकियों का इस्तेमाल हथियार मुहैया कराने और 2 का इस्तेमाल हथियारों को एक खास लोकेशन पर रखकर उसकी गूगल लोकेशन अपने आकाओं को पहुंचाने की थी.
ISI और खालिस्तोनियों से है संबंध
आतंकियों से बरामद हथियार उन्हे उत्तराखंड की एक अनजान लोकेशन पर मिले थे. जिसे अभी वेरिफाइ किया जा रहा है. इसके आलावा जहांगीरपुरी से गिरफ्तार दो संदिग्धों से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने हरकत उल अंसार और खालिस्तान टाइगर फोर्स के नए गठजोड़ का खुलासा किया है. ये गठजोड़ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की सरपरस्ती में तैयार किया है, जिसका मकसद हिंदुस्तान में आतंक फैलाना है.
ऐसे हुए थे दो आतंकी गिरफ्तार
जहांगीरपुरी से गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ के बाद हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है. दिल्ली पुलिस ने भलस्वा डेयरी में छापेमारी की. दोनों की निशानदेही पर भलस्वा नाले से शव बरामद हुआ है. तीन हिस्सों में डेड बॉडी मिली है. पुलिस को शक है कि दोनों संदिग्धों ने ही हत्या कर वीडियो हैंडलर को भेजा था.
जानकारी के मुताबिक हरकत उल अंसार से जुड़ा नौशाद हत्या के मामले में सजा काटकर जेल से बाहर आया था. वहीं जगजीत पेरोल जम्पर बताया जा रहा है. दोनों ने भलस्वा डेयरी में घर किराये पर लिया था.