Friday, November 22, 2024

US presidential election: जो बाइडेन हुए रेस से बाहर, जाने कौन है कमला हैरिस जिनका बाइडेन ने किया समर्थन, क्या है कमला का भारत से रिश्ता

US presidential election: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में दिलचस्प मोड़ आ गया है. रविवार को डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर होने के बाद अब जिन दो नामों की चर्चा डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर हो रही है वो दोनों की महिलाएं हैं. एक है बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा और दूसरी संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस.

जो बाइडेन कमला हैरिस के नाम का किया समर्थन

वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति की रेस से बाहर होने का एलान करने के साथ ही एक्स पर लिखे अपने पोस्ट में अगले राष्ट्रपति के लिए अपनी उपराष्ट्रपति कमला हेरिस के नाम का समर्थन किया. बाइडन ने अपने पोस्ट में लिखा, “सर्वोत्तम हित” में फिर से चुनाव नहीं लड़ेंगे. उसी पोस्ट में, उन्होंने अपने उपाध्यक्ष कमला हैरिस के नए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में उभरने का भी समर्थन किया.
जिसके जवाब में कमला हैरिस ने भी एक बयान देते हुए कहा कि, “राष्ट्रपति का समर्थन पाकर सम्मानित महसूस कर रही हैं और मेरा इरादा इस नामांकन को अर्जित करना और जीतना है.”

क्या है कमला हैरिस का भारतीय कनेक्शन

कमला हैरिस का राष्ट्रपति पद की रेस में आगे बढ़ना भारत के लिए भी बहुत खास है. क्योंकि कमला का भारत से खास रिश्ता है. कमला देवी हैरिस का जन्म कैलिफोर्निया में तमिल जीवविज्ञानी श्यामा गोपालन और जमैका-अमेरिकी पिता डोनाल्ड जे हैरिस के घर हुआ था, जो एक प्रोफेसर थे.
अपने माता-पिता के तलाक के बाद, कमला हैरिस अपनी माँ और बहन के साथ रही. उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री ऐतिहासिक ऑल ब्लैक कॉलेज हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से ली.

भारतीय मूल की कमला हैरिस है अमेरिका की उपराष्ट्रपति

कमला हैरिस ने राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में कानून की पढ़ाई की – वह 1990 में बार एसोसिएशन की सदस्य बन गईं. इसके साथ ही उन्होंने उसी वर्ष कैलिफोर्निया में डिप्टी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के रूप में अपना करियर शुरू किया.

उन्हें 2003 में सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के रूप में चुना गया था. उन्होंने 2010 और 2014 में कैलिफोर्निया के निर्वाचित अटॉर्नी जनरल के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए. 2017 में, वह अपने राज्य से जूनियर यूएस सीनेटर बन गईं.

कमला हैरिस सीनेट में सेवा देने वाली दूसरी अफ्रीकी अमेरिकी और पहली दक्षिण पूर्व एशियाई महिला बनीं.
हैरिस को कर और स्वास्थ्य सुधारों, अप्रवासियों के लिए नागरिकता और बंदूक नियंत्रण कानूनों के लिए उनके समर्थन में बोलने लिए जाना जाता है.
2020 में, वह डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के पक्ष में चुनाव लड़ने से पहले खुद कमला हैरिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की भी कोशिश की थी. बाद में पार्टी ने उन्हें अपना उपराष्ट्रपति बनाया.

किसी भी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के लिए जीत आसान नहीं होगी

हलांकि इस चुनाव में किसी भी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के लिए जीत आसान नहीं होगी. इस बार रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प काफी मज़बूत स्थिति में है ऐसे में कमला हैरिस के सामने पहली चुनौती अपनी पार्टी से नामांकन जीतने की होगी तो दूसरी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हराने की.
लेकिन यदि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैरिस नामांकन जीत जाती हैं, तो वह संयुक्त राज्य अमेरिका में चुनावों के लिए खड़ी होने वाली पहली भारतीय मूल की महिला होंगी. इसके अलावा, अगर वो राष्ट्रपति चुनाव जीती तो वह देश की पहली भारतीय मूल की और पहली महिला राष्ट्रपति दोनों बन जाएंगी.

US presidential election: भारतीय मूल का होना अप्रवासी वोट पाने के लिए नहीं होगा काफी

हलांकि सिर्फ भारतीय मूल का होने उन्हें अप्रवासी भारतीयों का वोट नहीं दिला पाएगा. क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस की पत्नी भी भारतीय हैं और अप्रवासी इसलिए अगर कमला हैरिस अमेरिकी राष्ट्रपति के उम्मीदवार बनती है तो इस बार भारतीयों की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में खासी दिलचस्पी होगी.

ये भी पढ़ें-Sawan Somwar : सावन के पहले सोमवार को दर्शन करने उमड़ेंगे श्रद्धालु, योगी सरकार ने की तैयारी पूरी

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news