अयोध्या : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने 22 जनवरी को अय़ोध्या Ayodhya आने वाले मेहमानों से अपील की है कि ऐसे कोई भी व्यक्ति जिनके साथ संवैधानिक प्रोटोकॉल है, उनसे अनुरोध है कि वे ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के दिन अयोध्या Ayodhya न आएं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने साफ तौर से कहा है कि अगर कोई मुख्यमंत्री, राज्यपाल, राजदूत या ऐसे राजनायिक जिनके साथ संवैधानिक प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है, ऐसे लोगों की हम 22 जनवरी को देखभाल नहीं कर पाएंगे. यहां तक कि स्थानीय प्रशासन के लिए भी ऐसे राजनयिकों के साथ प्रोटोकॉल का पालन करना मुश्किल हो जायेगा. इस लिए हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के दिन न आएं.
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra General Secretary, Champat Rai says, "Any such person who has a constitutional protocol with them is requested to not to come to Ayodhya on the day of 'Pran Pratishtha'… Chief Ministers, Governors,… pic.twitter.com/Dmk1E8CbCJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 12, 2023
Ayodhya में होगी SHRI RAM TEMPLE में प्राण प्रतिष्ठा !
आपको बता दें कि हलांकि अभी तक आधिकारिक रूप से राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से अयोध्या राम मंदिर में श्रीरामलला के बाल रुप की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तारीख का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन प्रधानमंत्री कर्यालय की तरफ से अनौपचारिक रुप से 22 जनवरी की तारीख मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तय की गई थी. अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने 22 जनवरी के लिए जो अपील की है उससे ये साफ हो गया है कि 22 जनवरी को ही अय़ोध्या में श्रीराममंदिर के अंदर श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर चल रहा निर्माण कार्य। भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण कोटि-कोटि रामभक्तों के भागीरथ प्रयास और अनवरत संघर्ष की परिणीति है। pic.twitter.com/tM5YPvofeM
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) August 3, 2023
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पूजन में शामिल होंगे पीएम मोदी !
अब इस प्राणप्रतिष्ठा की पूजा में कौन कौन लोग सम्मिलित होंगे उसके बारे में आधिकारिक जानकारी आना बाकी है. हालांकि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से प्रधानमंत्री को आने के लिए न्यौता भेजा जा चुका है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक सरकार इस प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को भव्य तरीके से आयोजित करना चाहती है. देश विदेश से प्रतिनिधियों को बुलाने की योजना है.
हरि अनंत हरि कथा अनंता।
कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता॥
रामचंद्र के चरित सुहाए।
कलप कोटि लगि जाहिं न गाए॥ pic.twitter.com/CKsgBdv5Qa— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) July 27, 2023
जाहिर तौर पर विदेशों से आने वाले अतिथियों और बड़े मेहमानों के साथ प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा. तो अब ये साफ होना बाकी है कि रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सादे तरीके से केवल प्रधानमंत्री की मौजूदगी में होगी या अन्य मेहमान भी यहां आमंत्रित किये जायेंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने साफ तौर से कहा है कि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री, राज्यपाल या राजदूत इस समारोह के लिए ना आयें. हम आपकी सेवा नहीं कर पायेंगे.