Badaun road rage: उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक व्यक्ति ने रोड रेज की घटना में कार में सवार एक परिवार पर हमला कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में, व्यक्ति कार को टक्कर मारता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि कार के अंदर महिलाएं और बच्चे मौजूद हैं.
बदायूं में बीच सड़क कार सवार फैमिली पर दबंगों का कहर, गाड़ी साइड करने को लेकर बवाल.
पीड़ित आलोक उपाध्याय के मुताबिक, घटना 19 अगस्त की है, शुरू में पुलिस ने समझौते का दबाव बनाया, वीडियो वायरल हुआ तो FIR दर्ज की.
आरोपी का नाम डॉ वैभव राठौड़, बरेली में है तैनात. #Badaun #UPNews pic.twitter.com/UFlerqK3lo
— Ashish Mishra (@AshishMisraRBL) August 23, 2024
Badaun road rage: 19 अगस्त की है घटना
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना 19 अगस्त को हुई जब दवा विक्रेता आलोक उपाध्याय अपने परिवार के साथ बिसौली से बदायूं की ओर जा रहे थे.
आलोक उपाध्याय ने बताया कि सड़क पर जाम होने के कारण एक व्यक्ति ने अपनी कार गलत तरीके से पार्क कर दी थी, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई, जिसके बाद बहस शुरू हो गई.
उपाध्याय ने बताया कि आरोपियों ने उनकी कार का पीछा किया और कई परिचितों को बुलाया. उन्होंने उपाध्याय की कार को ओवरटेक किया और लोहे की रॉड से उसमें तोड़फोड़ की. वायरल वीडियो में उपाध्याय की कार के इर्द-गिर्द कई लोग दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक व्यक्ति लोहे की रॉड से कार की विंडस्क्रीन तोड़ रहा है. कार के अंदर से महिलाओं और बच्चों की चीखें भी सुनी जा सकती हैं.
आरोपी ने कार का पीछा किया
उपाध्याय ने कहा कि अपने परिवार को बचाने के लिए वह कार चलाकर चला गया, लेकिन आरोपी उसके घर तक उसका पीछा करते रहे. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने वहां उसके परिवार के साथ मारपीट की और कुछ आभूषण भी लूट लिए. उन्होंने कहा कि पुलिस के आने के बाद ही उनकी जान बच पाई.
हमलावर सरकारी अस्पताल का डॉक्टर निकला
उपाध्याय के साले अभिषेक शर्मा ने एनडीटीवी को बताया कि आरोपी की पहचान सरकारी डॉक्टर वैभव के रूप में हुई है.
पुलिस ने कहा कि दवा विक्रेता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. एनडीटीवी ने एक अज्ञात पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा, “घटना के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच जारी है.” हालांकि, अभिषेक शर्मा ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है. उनका दावा है कि पुलिस ने सोशल मीडिया पर वीडियो के व्यापक रूप से प्रसारित होने के बाद ही कार्रवाई की.
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