देहरादून : Uttrakhand के हरिद्वार और नैनीताल सीट पर प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस में बैठकों का दौर जारी है. बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर मंथन किया गया, लेकिन अभी प्रत्याशियों के नामों पर फैसला होना बाकी है. बीते दिन केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उत्तराखंड की दो सीटों पर चर्चा नहीं हो पाई थी . हरिद्वार और नैनीताल सीट पर प्रत्याशियों को लेकर बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने बैठक ली, जिसमें स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भगत चरण दास, प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा मौजूद रहे.
Uttrakhand की दो सीटों के लिए मंथन जारी
बैठक में प्रत्याशियों को लेकर विस्तार से मंथन किया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि दोनों सीटों पर संभावित दावेदारों के नामों पर लगातार मंथन चल रहा है. जिसके बाद पार्टी हाईकमान प्रत्याशी घोषित करेगी. भाजपा की तुलना में कांग्रेस प्रचार में पिछड़ रही है. हरिद्वार संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रचार के लिए मोर्चा संभाल लिया है. उधर, गढ़वाल संसदीय सीट पर अनिल बलूनी भी प्रचार में उतर गए हैं, लेकिन कांग्रेस में हरिद्वार और नैनीताल सीट पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर सहमति नहीं बन रही है. आपसी खींचतान के कारण केंद्रीय चुनाव समिति ने दोनों सीटों पर टिकट प्रतीक्षा में रख दिया है. हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत अपने बेटे वीरेंद्र रावत के लिए टिकट मांग रहे हैं, जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा इस बात पर अड़े हैं कि यहां से हरीश रावत खुद चुनाव लड़े या फिर उन्हें मौका दिया जाए. नैनीताल सीट पर कई दावेदार होने से आपसी खींचतान चल रही है.
पुराने नेताओ पर कांग्रेस कर सकती है भरोसा
यहां से यशपाल आर्य, भुवन कापड़ी, महेंद्र पाल, रणजीत रावत, प्रकाश जोशी के नामों की चर्चा है. इन नामों में यशपाल आर्य के नाम पर तकरीबन सहमति है, पर आर्य चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं बताए जा रहे हैं. हालांकि, पार्टी में एक बड़ा वर्ग नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट के जातीय समीकरण के हिसाब से आर्य को मजबूत प्रत्याशी के तौर पर देख रहा है.