कावड़ यात्रा मार्ग पर ठेले और होटलों पर मालिकों के नाम लिखने को लेकर भले ही प्रदेश और देश में राजनीति गरमा गई है. लेकिन समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव अब भी बीजेपी की अंतर्कलह के मुद्दे को जिंदा रखे हुए है. अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल पर जल भराव की एक पोस्ट लिख यूपी बीजेपी पर तंज कसा है.
जल भराव की तस्वीर पर अखिलेश ने कसा बीजेपी पर तंज
शुक्रवार को अपने एकेस अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर अखिलेश यादव ने लिखा, “ अगर इस व्यक्ति ने अपना नाम लिखा होता तो शायद कोई इसे बचाने आ जाता या फिर आकर भी नहीं आता… वैसे जलभराव देखकर भ्रमित न हों, ये वीडियो गोरखपुर का नहीं है. जलभराव केवल गोरखपुर की नहीं पूरे प्रदेश की समस्या है। कोई है? विशेष टिप्पणी: इस वीडियो को देखकर कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि ये व्यक्ति भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रतीक है, जो ये नहीं समझ पा रहा है कि संगठन की तरफ़ हैंडल मोड़े या फिर सरकार की तरफ़”
अगर इस व्यक्ति ने अपना नाम लिखा होता तो शायद कोई इसे बचाने आ जाता या फिर आकर भी नहीं आता… वैसे जलभराव देखकर भ्रमित न हों, ये वीडियो गोरखपुर का नहीं है। जलभराव केवल गोरखपुर की नहीं पूरे प्रदेश की समस्या है।
कोई है?
विशेष टिप्पणी:
इस वीडियो को देखकर कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ कह… pic.twitter.com/loGZbk3lPn
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 19, 2024
न संगठन बड़ा होता है, न सरकार-अखिलेश यादव
इससे पहले एक ओर पोस्ट में अखिलेश यादव ने यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के उस बयान पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कह था कि संगठन सरकार से बड़ा होता है. अखिलेश अपनी पोस्ट में लिखा, “न संगठन बड़ा होता है, न सरकार. सबसे बड़ा होता है जनता का कल्याण. दरअसल संगठन और सरकार तो बस साधन होते हैं, लोकतंत्र में साध्य तो जनसेवा ही होती है. जो साधन की श्रेष्ठता के झगड़े में उलझे हैं, वो सत्ता और पद के भोग के लालच में है, उन्हें जनता की कोई परवाह ही नहीं है. भाजपाई सत्तान्मुखी है, सेवान्मुखी नहीं!”